प्रमोद कुमार, कैमूर। जिले का अनुमंडलीय अस्पताल मोहनिया फिलहाल तालाब में तब्दील हो गया है। अस्पताल परिसर, ट्रामा सेंटर का इमरजेंसी वार्ड, दवा काउंटर, टिकट पर्ची काउंटर सहित कई कमरों में नाले का गंदा पानी घुस गया है। इसी गंदे पानी के बीच मरीज और उनके परिजन इलाज कराने को मजबूर है।
टूट कर नीचे गिरा फॉल सिलिंग का हिस्सा
यहां तक की ट्रामा सेंटर का बिल्डिंग जर्जर हो चुका है। आज सुबह से हो रहे झमाझम बारिश के बीच उसका फॉल सीलिंग भी टूट कर नीचे गिर गया। गनिमत अच्छा रहा कि उस समय कोई मौजूद नहीं था, नहीं तो बड़ी घटना हो सकती थी। वहीं अस्पताल के पदाधिकारी सड़क किनारे बन रहे नाले का कार्य शिथिल पड़ जाने के कारण शहर का नाली का गंदा पानी अस्पताल परिसर में घुसने की बात बता रहे हैं।
अस्पताल में चारों तरफ पानी-पानी
अस्पताल में इलाज कराने आई मोहनिया थाना क्षेत्र के बड़की देवकली की सुधु सिंह ने बताया कि, हम अपने मरीज को लेकर दवा के लिए आए हैं। लेकिन अभी काउंटर खुला नहीं है। अस्पताल में चारों तरफ पानी भर गया है, बहुत परेशानी हो रही है।
वहीं, अस्पताल कर्मी पुष्पा देवी ने बताया कि सुबह 8:00 बजे ड्यूटी के लिए हम अनुमंडल अस्पताल मोहनिया पहुंचे तो देखें कि कैंपस, वार्ड और ट्रॉमा सेंटर के सभी कमरों और गलियारों में नाले का गंदा पानी प्रवेश कर गया है। आज सुबह से बारिश हो रही है। इसी गंदे पानी के बीच हम लोग अपनी सेवा दे रहे हैं।
अस्पताल के प्रभारी ने कही ये बात
अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर विजय कुमार ने बताया कि, सड़क किनारे नाले का निर्माण काफी दिनों से अधूरा पड़ा है, जिसका नतीजा है कि शहर का नाला का गंदा पानी अस्पताल परिसर के अंदर बारिश होने के बाद जमा होने लगता है। यह पानी आज भी जमा हो गया है। ट्रामा सेंटर थोड़ा सा नीचे है जिस कारण प्रवेश कर जा रहा है। अगर नाला निर्माण हो गया होता तो गंदा पानी अस्पताल परिसर में प्रवेश नहीं करता। उन्होंने बताया कि, ट्रामा सेंटर जर्जर हो गया है। बहुत जल्दी इसको हम लोग खाली भी करने वाले हैं।
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें