फतेहपुर. नबाव अब्दुल समद के मकबरे (Fatehpur temple tomb dispute) को लेकर हिंदू संगठन का कहना है कि इस जगह पर हजारों साल पहले भगवान शिव और श्रीकृष्ण का मंदिर था, मकबरे में शिवलिंग, नंदी, और त्रिशूल-फूल की कलाकृतियां हैं. बीते 11 अगस्त को स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने मकबरे को सील कर बैरिकेडिंग की थी. अब श्री कृष्ण जन्माष्टमी (Shri Krishna Janmashtami 2025) को देखते हुए प्रशासन अलर्ट हो गया है.
ठाकुरद्वारा मकबरा-मंदिर विवाद पर तनाव बढ़ रहा है. ऐसे में विवादित स्थल को पुलिस-प्रशासन ने बैरिकेडिंग करके पूरी तरह से सील कर दिया है. साथ ही 200 से ज्यादा पुलिसकर्मी और 10 सीओ स्तर के अधिकारी तैनात कर दिए गए हैं. पीएसी और अन्य जिलों की फोर्स भी तैनात है.
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जिला प्रशासन ने एक आदेश में स्पष्ट किया है कि जन्माष्टमी पर विवादित स्थल के संबंध में किसी भी तरह की गलत टिप्पणी, भड़काऊ भाषण या अफवाह फैलाना दंडनीय अपराध होगा. ऐसा करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन ने स्पष्ट किया कि भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लागू कर दी गई है. इसके तहत किसी भी विधि-विरुद्ध जमाव या टिप्पणी करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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