रेखराज,महासमुंद। शिक्षक को भगवान का दर्जा दिया गया है. क्योंकि छात्रों का भविष्य संवारने में शिक्षक की अहम भूमिका होती है. लेकिन जब शिक्षक ही बच्चों के सामने गलत काम करने लग जाए, तो इसका बच्चों पर क्या असर होगा. ये आप भलिभांति समझ सकते हैं. दरअसल महासमुंद के शासकीय प्राथमिक शाला अमोरा में निलंबित शिक्षक जनमेजय ध्रुव शराब के नशे में स्कूल पहुंच गया. नशा इतना सर चढ़कर बोल रहा था कि वह बेसुध होकर वहीं गिर गया. शराब के नशे में शिक्षक ने पढ़ाई कर रहे बच्चों के सामने ही गंदगी कर दी और उसी के ऊपर सोता रहा. जानकारी लगने के बाद स्कूल का एक अन्य शिक्षक और कुछ स्थानीय लोग शराबी शिक्षक को स्कूल से बाहर लेकर गए.
इन्ही लापरवाहियों की वजह से पहले भी शिक्षक को निलंबित किया गया था. हाल ही में कुछ महीने पहले बहाल कर स्कूल ज्वाइन किया था. लेकिन निलंबन के बाद भी वह नहीं सुधरा और रोजाना फिर शराब पीकर स्कूल आने लगा. लिहाजा 12 सितंबर को शिक्षक के शराबखोरी के कारण पालकों ने स्कूल में ताला लगाया था. जिसकी शिकायत के बाद डीईओ ने एक बार फिर शिक्षक को निलंबित कर दिया है. निलंबन अवधि के दौरान इसे मुख्यालय अटैच किया गया है, लेकिन बावजूद इसके बाद फिर शिक्षक स्कूल पहुंचा हुआ था.
ग्रामीण शिक्षक के इन हरकतों से परेशान है और उसे हटाने की बात कह रहे हैं. वहीं जिला शिक्षा अधिकारी बी.एल.कुर्रे ने कहा कि शिक्षक के आदत में सुधार नहीं होता है, तो कड़ा रूख अपनाया जाएगा.