पटना। केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने रविवार को एनडीए सहयोगी चिराग पासवान को हाथ जोड़कर नसीहत दी। उन्होंने साफ कहा कि चिराग को अपना राजनीतिक भविष्य एनडीए के साथ ही तलाशना चाहिए, वरना वे गर्दिश में पड़ सकते हैं। मांझी ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले विपक्ष भले ही तमाम तरह की यात्राएं और आंदोलन कर रहा हो, लेकिन इससे कोई बड़ा बदलाव संभव नहीं है।

पत्थर पर सिर पटकने से केवल सिर फटेगा

मांझी ने राहुल गांधी की प्रस्तावित “वोट अधिकार यात्रा” पर कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्ष सड़कों पर उतरेगा, भाषण देगा, लेकिन पत्थर पर सिर पटकने से केवल सिर फटेगा कुछ हासिल नहीं होगा। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्षी दल केवल जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं।

वोटर लिस्ट सुधार का समर्थन

उन्होंने हाल ही में चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे वोटर लिस्ट डिवीजन अभियान (SIR) का जोरदार समर्थन किया। मांझी ने उदाहरण देते हुए कहा जैसे तालाब का पानी वर्षों तक रहने पर गंदा हो जाता है, वैसे ही मतदाता सूची में भी वर्षों पुराने और अवैध नाम रह जाते हैं। बाहर चले गए या मर चुके लोगों के नाम हटना जरूरी है। यही सच है और केवल गलत नामों का फायदा उठाने वाले ही इस पर शोर मचा रहे हैं।

मोदी के बयान का किया समर्थन

इस दौरान मांझी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बयान खून और पानी साथ नहीं बहेगा का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री बिल्कुल सही हैं। अगर दोस्ती थी तो हमने उन्हें पानी दिया। लेकिन अब जब वे इसे अलग तरह से देखते हैं, तो हम उन्हें पानी क्यों दें? मांझी का यह बयान साफ तौर पर पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्तों पर इशारा करता है।

एनडीए में संतुलन की नसीहत

मांझी ने संकेत दिया कि आगामी चुनावों में सीट बंटवारे को लेकर अगर कोई साथी दल हद से ज्यादा दबाव बनाएगा, तो वे सार्वजनिक तौर पर विरोध करने से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि गठबंधन में सामंजस्य बनाए रखना जरूरी है, तभी एनडीए मजबूती से चुनावी मैदान में उतर पाएगा।

छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें