चंकी बाजपेयी, इंदौर। मध्यप्रदेश में अब-तक डिजिटल अरेस्ट के कई मामले सामने आते रहे है किंतु यहां मामला उलटा पड़ गया। प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में साइबर अपराधियों ने दंपति को डिजिटल अरेस्ट करने का प्रयास किया जिसे पुलिस ने नाकाम कर दिया। इस मामले में पुलिस के त्वरित कदम से जहां दंपति डिजिटल अरेस्ट और धोखाधड़ी के शिकार होने से बच गए वहीं पुलिस को भी बड़ी सफलता मिली है।

आपराधिक घटना का दिया था हवाला

दरअसल मोनिका सुध के पास साइबर अपराधियों का फोन आया था। सामने वाले ने कहा कि- फाइनेंस कंपनी का फोन है। 15 मिनट में क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजा डांडिया दंपति के पास पहुंचे। मोबाईल सिम के माध्यम से आपराधिक घटना का दावा किया था।

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अपराधियों ने मुंबई कोलाबा थाने से फोन करना बताया

दंपति ने तत्काल क्राइम ब्रांच एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया से संपर्क किया। उनकी पहल से फर्जी डिजिटल अरेस्ट की एक बड़ी वारदात रुक गई। साइबर जागरूकता के कारण दंपति साइबर अपराधियों से बच गया। दंपति शहर के कनाड़िया क्षेत्र की आशीष नगर में रहता है। साइबर अपराधियों ने स्वयं को मुंबई के कोलाबा थाने से बताया था।

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