भारत नगर थाना क्षेत्र से घर से नाराज होकर निकली 13 वर्षीय किशोरी ट्रेन से मेरठ रेलवे स्टेशन पहुंच गई। किशोरी को रेलवे स्टेशन पर अकेला देख दो युवकों ने उसे अगवा कर लिया। फिर उस मासूम को बेच दिया गया। उस शख्स ने किशोरी का फर्जी आधार कार्ड बनवाकर उससे शादी भी कर ली। फिर आरोपित किशोरी से दुष्कर्म करता रहा। पीड़िता की मां की शिकायत पर जांच के बाद पुलिस आरोपितों तक पहुंची। 26 दिन बाद किशोरी को बरामद कर इस पूरे वारदात में शामिल चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया।

पकड़े गए आरोपितों की पहचान उत्तर प्रदेश के जिला शामली स्थित गांव झाल निवासी 40 वर्षीय राजीव, हापुड़ के गांव कंडोला धौलाना निवासी 20 वर्षीय विकास, मेरठ के गांव जेठपुरा निवासी 55 वर्षीय आशु और गाजियाबाद के विजय नगर निवासी 24 वर्षीय रमनजोत सिंह के रूप में हुई है।

ट्यूशन पढ़ गई जिसके बाद नहीं लौटी घर

उत्तर-पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त भीष्म सिंह ने बताया कि 21 जुलाई की रात एक महिला भारत नगर थाने पहुंची। जिसने बताया कि उनकी 13 वर्षीय बेटी शाम के समय जेजे काॅलोनी वजीरपुर में ट्यूशन पढ़ने गई थी। जिसके बाद वह घर नहीं लौटी।

महिला के बयान के आधार पर पुलिस ने संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की। किशोरी का पता लगाने के लिए भारत नगर थाना प्रभारी राम किशोर के नेतृत्व में कई टीमें गठित की गई। सीसीटीवी कैमरों की जांच से किशोरी इंद्रलोक बस स्टैंड के पास दिखाई दी।

22 जुलाई को किशोरी की लोकेशन मेरठ मिली

इसके बाद टीम को मथुरा, रोहिणी, पलवल, द्वारका, शकूरपुर और दूसरे स्थानों पर खोजा, लेकिन किशोरी का कोई सुराग नहीं मिला। सीसीटीवी फुटेज की जांच करते हुए पुलिस टीम मेरठ पहुंची। जहां पुलिस को पता चला कि शामली के झाल गांव निवासी राजीव को दो आरोपितों ने किशोरी को बेच दिया है।

जांच में यह भी पता चला कि 40 वर्षीय राजीव अविवाहित है। भारत नगर पुलिस ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से आरोपित राजीव को गिरफ्तार कर किशोरी को बरामद कर लिया। राजीव ने पुलिस को अन्य आरोपितों के बारे में जानकारी दी। जिन्होंने किशोरी को आरोपित तक पहुंचाया था।

पुलिस ने आरोपित राजीव की निशानदेही पर आरोपित विकास और आशु को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान आरोपितों ने बताया कि 22 जुलाई को किशोरी उनको मेरठ रेलवे स्टेशन पर अकेली मिली थी। विकास किशोरी को डराकर आशु के घर पर ले गया। वहां आरोपितों ने राजीव से बातचीत की।

किशोरी का फर्जी आधार कार्ड बनाकर कर ली शादी

बाद में किशोरी को राजीव से बेच दिया। पुलिस जांच में पता चला कि राजीव किसान है, जो खेती कर अपना गुजारा करता है। विकास और आशु छोटा-मोटा काम करते हैं। रमनजोत का गाजियाबाद इलाके में इंटरनेट कैफे है। जिसने ही किशोरी का फर्जी आधार कार्ड बनाया था। पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई कर रही है।

पुलिस जांच में पता चला कि आरोपित विकास ने अपने एक जानकार युवक रमनजोत से उसका फर्जी आधार कार्ड बनवा दिया। इसके बाद आरोपित राजीव ने 24 जुलाई को किशोरी से जबरन शादी कर ली। बाद में आरोपित उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। पुलिस ने बाद में तीनों की निशानदेही पर गाजियाबाद से आरोपित रमनजोत को दबोच लिया।

सौतेली मां करती भेदभाव, इसलिए छोड़ा था घर

जानकारी के मुताबिक किशोरी के माता-पिता में आए दिन झगड़ा होता रहता था। बात इस कदर आगे बढ़ी कि दोनों अलग रहने लगे। इस दौरान किशोरी के पिता ने दूसरी शादी कर ली। इसके बाद मां ने भी दूसरी शादी कर दूसरे पति के साथ रहने लगी।

किशोरी अपने पिता के पास ही रहती थी। बताया जा रहा है कि किशोरी के साथ सौतेली मां भेदभाव करती थी। इससे परेशान होकर 21 जुलाई को किशोरी ने अपना घर छोड़ दिया।

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