महाराष्ट्र के सोलापुर में उप मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे को तगड़ा झटका लगा है. एकनाथ शिंदे गुट के कई पदाधिकारियों ने करीब 40 कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर पार्टी छोड़ दी है. ये सभी सोमवार (18 अगस्त) को बीजेपी में शामिल हो गए हैं. नेताओं से जब इस पार्टी पलायन की वजह पूछी गई तो उन्होंने शिवसेना सोलापुर इकाई में आंतरिक कलह को जिम्मेदार बताया.

15 दिन पहले दे दिया था इस्तीफा

न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, शिवसेना के नेता रहे दिलीप कोल्हे ने जानकारी दी है कि उन्होंने और अन्य पदाधिकारियों ने 15 दिन पहले अपने पदों से इस्तीफा दे दिया था. नेता का कहना है कि उन्होंने सोलापुर जिले में पार्टी की स्थिति से उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया था. हालांकि, कोई एक्शन नहीं लिया गया. ऐसे में नाराजगी जाहिर करते हुए नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है.

बैठक कर बीजेपी में शामिल होने का फैसला

दिलीप कोल्हे ने बताया कि उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक बुलाई और सभी ने सर्वसम्मति से बीजेपी में शामिल होने का फैसला लिया. बता दें कि, उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, बीजेपी और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के साथ सत्ताधारी दल महायुति का हिस्सा है.

बीजेपी के मंत्री से एकनाथ शिंदे का टकराव

ठाणे की राजनीति पर बीजेपी नेता गणेश नाइक जबसे देवेंद्र फडणवीस की कैबिनेट में शामिल हुए हैं, एकनाथ शिंदे को लगातार चुनौती पर चुनौती देते नजर आ रहे हैं. मंत्री बनने के बाद से उन्होंने एकनाथ शिंदे को घेरने का कोई मौका बर्बाद नहीं जाने दिया.

एक बार फिर से बीजेपी के मंत्री ने शिवसेना प्रमुख पर धावा बोला है. 22 अगस्त को मंत्री गणेश नाइक ठाणे में जनता दरबार लगाने जा रहे हैं. उन्हें हाल ही में यह भी कहते सुना गया था कि मुख्यमंत्री पद के लिए एकनाथ शिंदे की लॉटरी लग गई थी. इसके जवाब में शिवसेना सांसद नरेश म्हस्के ने कहा कि गणेश नाइक एक वरिष्ठ नेता और मंत्री हैं, उन्हें ऐसे बयान देने से बचना चाहिए. हालांकि, इससे यह जरूर साबित होता है कि एकनाथ शिंदे और बीजेपी नेतृत्व के बीच में सबकुछ ठीक नहीं है.

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m