नवादा जिले में कांग्रेस की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के तहत आयोजित कार्यक्रम में अखिल भारतीय महिला कांग्रेस अध्यक्ष अलका लांबा ने शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाते हुए केंद्र और राज्य सरकारों को घेरा। उन्होंने कहा कि बिहार के कई सरकारी स्कूलों की स्थिति अत्यंत दयनीय है, जहां न तो बच्चों को ठीक से यूनिफॉर्म मिल रही है, न जूते, और न ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा।
लांबा ने कहा, “मैंने खुद कई स्कूलों का दौरा किया है। वहां की हालत देखकर मन व्यथित हो गया। बच्चों के पास बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं, जबकि सरकारें शिक्षा पर बड़ी-बड़ी बातें करती हैं। ज़मीनी हकीकत इससे बिल्कुल अलग है।”
उन्होंने आगे कहा, “आज वे लोग भी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में उन्हें सुनने आ रहे हैं, जो खुद स्कूल नहीं जा सके या समय पर पढ़ाई पूरी नहीं कर पाए। 40-45 साल की उम्र के ये लोग अब जानना चाहते हैं कि देश में क्या हो रहा है, सच्चाई क्या है, और राहुल गांधी की बातें उन्हें कहीं न कहीं उम्मीद देती हैं।”
इस मौके पर लांबा ने मतदाताओं से अपील की कि वे अपने मताधिकार का सही इस्तेमाल करें और ऐसे प्रतिनिधियों को चुनें जो शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे बुनियादी मुद्दों पर काम करें। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा केवल एक राजनैतिक अभियान नहीं, बल्कि यह देश के नागरिकों को जागरूक करने की एक पहल है।
अलका लांबा ने कहा, ‘वोटर अधिकार यात्रा’ शुरू होते ही BJP ने मुख्य चुनाव आयुक्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के लिए भेज दिया, जहां चुनाव आयोग खुद ही फंस गया। ये लोग राहुल गांधी जी को डराने की लाख कोशिश कर लें, वे डरने वाले नहीं हैं। राहुल गांधी जी ने साफ कहा है- वोट चोर चाहे कहीं भी हों, हम उन्हें ढूंढ निकालेंगे, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा।