रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम और कांग्रेस प्रत्याशी देवती कर्मा को आचार संहिता उल्लंघन मामले में चुनाव आयोग ने कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा था. पीसीसी चीफ ने जवाब देते हुए कहा कि बीजेपी यह शिकायत झूठी और मनगढंत है. जन्मदिन के दौरान कोई भी शासकीय अधिकारी हमारे साथ मौजूद नहीं थे, जिन बच्चियों को मिठाई-उपहार बांटी गई वो नाबालिग है उनके पास कोई मतदान का अधिकारी नहीं है. ऐसे में कोई आचार संहिता का उल्लंघन नहीं होता है. कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी ने इसे चुनाव लाभ बताते हुए आचार संहिता का उल्लंघन माना है. चेतावनी दी गई है कि दोबारा ऐसा किए जाने पर कड़ी कार्रवाई करने की जाएगी.

दरअसल दंतेवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में प्रचार-प्रसार के दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने 15 सितंबर को अपना जन्मदिन शासकीय आस्था बालिका गुरुकुल दंतेवाड़ा में बच्चियों के साथ मनाते हुए मिठाई और उपहार वितरण किया था. इस दौरान उनके साथ कांग्रेस प्रत्याशी देवती कर्मा और कार्यकर्ता भी मौजूद थे. जिसकी शिकायत बीजेपी ने निर्वाचन अधिकारियों से की थी. तहसीलदार ने जांच में मोहन मरकाम के जन्म दिन के उपलक्ष्य पर वहां निवासरत छत्राओं को फल, मिठाई एवं उपहार (कम्पास बॉक्स) का वितरण किया जाना और मरकाम द्वारा सम्बोधन कर करीब15 मिनट में सभी लोग संस्था से चले जाना पाया है. जिसके बाद तहसीलदार ने नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया था.

पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि बीजेपी की लिखित शिकायत पूरी तरह से झूठी और मनगढंत है. इस शिकायत के साथ संलग्न जिसमें केक खिलाते हुए फोटो है. यह फोटो चुनाव प्रचार के दौरान ग्रामीण कार्यकर्ताओं के द्वारा ग्राम भोगाम में प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम का जन्मदिन मनाया गया था. इस कार्यक्रम को किसी भी शासकीय स्कूल में नहीं मनाया गया है. संलग्न फोटो में दिख रहे सभी लोग कांग्रेस के कार्यकर्ता है. कहीं पर भी एक भी स्कूली बच्चे नहीं है. संलग्न दूसरी फोटो में मोहन मरकाम के साथ देवती कर्मा और तीन कांग्रेस कार्यकर्ता खड़े हैं. इनमें से कोई भी शासकीय संस्था के पदाधिकारी नहीं है. तीसरी फाटो में बच्चियों की फोटो है जो बैठी हुई है और वे सभी नाबालिक बच्चियां है, जो 18 वर्ष से कम आयु की है और इनमें से कोई भी मतदाता नहीं है. इनमें से किसी का भी वोटर आईडी कार्ड नहीं बना है. ऐसी दशा में इन बच्चियों को जन्मदिन की मिठाई खिलाने मात्र से आदर्श आचार संहिता का कोई उल्लंघन नहीं होता है.कलेक्टर एवं

दंतेवाड़ा कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी ने स्पष्टीकरण देने के बाद नतीजे पर पहुंचा कि मोहन मरकाम ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है. यह सब राजनीतिक लाभ लेने के लिए किया गया प्रतीत होता है. आचार संहिता के दौरान शासकीय परिसर में प्रत्याशी के साथ जन्मदिन नहीं मनाना चाहिए था. इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए सचेत किया है और इस प्रकार के कृत्य दोबारा किए जाने पर कड़ी कार्यवाही किए जाने की चेतावनी दी है.