रायपुर। छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर राजनीतिक बयानबाज़ी तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सवाल पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने पलटवार करते हुए कहा कि भूपेश बघेल का काम ही सवाल उठाना है। मंत्रिमंडल विस्तार नहीं हुआ था तब भी सवाल उठा रहे थे और अब विस्तार हो गया है, तब भी सवाल उठा रहे हैं। हमारा काम जनता की सेवा करना है। वो सवाल उठाते रहे, हम जनता का सेवा करते रहेंगे।

अरुण साव ने आगे कहा कि अब हमारे मंत्रिमंडल में 14 सदस्य शामिल हो गए हैं। मंत्रिमंडल विस्तार चर्चा का विषय था लेकिन अब इस चर्चा का अंत हो गया है। खेल विभाग की ज़िम्मेदारी मुझे दी गई है। अब प्रदेश में खेल अधोसंरचना और खिलाड़ियों का विकास डबल स्पीड से होगा। प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है, तो काम भी डबल गति से होगा।

मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भूपेश बघेल ने क्या कहा था ?

पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने साय सरकार में 14 मंत्रियों की संख्या पर सवाल उठाते हुए कहा कि 2003 में बने कानून के मुताबिक विधानसभा सदस्यों की संख्या में 15% तक ही मंत्री बन सकते हैं। जब 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी थी, तो मैंने भारत सरकार को पत्र लिखा था। छत्तीसगढ़ में मंत्रियों की संख्या 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 20% तक करने की मांग की गई थी। इसके पीछे छत्तीसगढ़ का भौगोलिक रूप से बड़ा होना और विधानसभा परिषद न होने का तर्क दिया था। लेकिन पत्र का कोई जवाब नहीं आया और न ही अनुमति मिली। ऐसे में अब सवाल उठ रहा साय सरकार को अनुमति कब मिली ? बिना अनुमति अगर 14 मंत्री बनाए गए तो यह अवैधानिक है। मुख्यमंत्री साय को इसका जवाब देना चाहिए।