हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्यप्रदेश कांग्रेस में अब खुलकर घमासान शुरू हो गया है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय चौरडिया ने पार्टी के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी पर ऐसा हमला बोला है, जिसने कांग्रेस की सियासत को हिला कर रख दिया है। चौरडिया ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने भोपाल आकर “सृजन अभियान” की शुरुआत की थी ताकि कार्यकर्ताओं के बीच से लोकतांत्रिक तरीके से अध्यक्ष चुने जाएं, लेकिन प्रदेश की कमान संभालने वाले नेताओं ने इस अभियान को “विसर्जन अभियान” में बदल दिया।

“हवाला और डिफेंडर कार” का आरोप

अजय चौरडिया ने जीतू पटवारी पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि जिले के अध्यक्षों की नियुक्तियों में जमकर गड़बड़ी हुई है। पैसे के लेनदेन और हवाला जैसी गतिविधियों के आरोप भी उन्होंने पटवारी और चौधरी पर जड़े। चौरडिया का कहना है कि “नाम किसी का आता है और अध्यक्ष किसी और को बना दिया जाता है, ये सब आर्थिक सौदों का खेल है।”

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गुड्डू चौहान का उदाहरण देकर खोली पोल

चौरडिया ने अनुपपुर जिले का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां गुड्डू चौहान को जिला अध्यक्ष बना दिया गया, जबकि वह पहले पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रह चुके हैं और तीन बार कांग्रेस से निष्कासित हो चुके हैं। “न कोई अनुशासन समिति की बैठक, न किसी तरह की कार्यवाही, सीधे अध्यक्ष पद की गद्दी थमा दी गई।”

कार्यकर्ता सड़कों पर – पुतला दहन और आत्मदाह की चेतावनी

चौरडिया ने दावा किया कि नियुक्तियों से आक्रोशित कार्यकर्ता अब पुतला दहन और धरना-आंदोलन कर रहे हैं। कई कार्यकर्ता आत्मदाह की धमकी भी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि “अगर इसी तरह चलता रहा तो कार्यकर्ताओं की संख्या कांग्रेस दफ्तर में कम और निलंबित सूची में ज्यादा होगी।”

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बोलने की आज़ादी पर ताला

पूर्व अध्यक्ष ने जीतू पटवारी पर यह भी आरोप लगाया कि उन्होंने एक पत्र जारी करवा कर साफ कर दिया है कि अगर कोई नेता या कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर पार्टी की नियुक्तियों का विरोध करेगा या धरना-प्रदर्शन करेगा, तो उसे सीधे निष्कासित कर दिया जाएगा। चौरडिया ने तंज कसते हुए कहा कि “कांग्रेस आज इसलिए जिंदा है क्योंकि इसमें बोलने की आज़ादी है। लेकिन हमारे वर्तमान अध्यक्ष न सिर्फ खुद डूब रहे हैं बल्कि पूरी फसल को भी डुबो देंगे।”

राष्ट्रीय नेतृत्व से की ये मांग

चौरडिया ने कांग्रेस आलाकमान से साफ कहा कि सोशल मीडिया पर चल रहे आर्थिक अनियमितताओं के आरोपों की तुरंत दिल्ली से जांच कराई जाए और नेतृत्व को खुद आगे आकर इस मामले पर स्टेटमेंट देना चाहिए।

जीतू पटवारी रहे तो मुश्किल में कांग्रेस

अजय चौरडिया ने चेतावनी दी कि “अगर जीतू पटवारी कुछ दिन और प्रदेश अध्यक्ष बने रहे तो कांग्रेस की हालत इतनी खराब हो जाएगी कि अगले चुनाव में 22 विधायक लाना भी नामुमकिन होगा। मध्यप्रदेश में कांग्रेस का विसर्जन कोई नहीं रोक पाएगा।”

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