हेमंत शर्मा, रायपुर। बारिश के मौसम में लोगों की जेब पर सब्जियों के दाम भारी पड़ते हुए नजर आ रहे हैं. बारिश के चलते सब्जियों की कीमतों में उछाल देखा जा रहा है. सबसे ज्यादा प्याज की कीमत पर पड़ा है. घरों में रोज इस्तेमाल होने वाली प्याज की कीमतों में भारी बढ़ोतरी देखी गई हैं. मंडी में थोक के भाव में 45 रुपए तो चिल्हर में 60 रुपये के पार प्याज बिक रहा है. महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और साउथ के इलाकों में आई बाढ़ की वजह से कीमतों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. बाढ़ की वजह से उन इलाकों में प्याज की नई फसल नष्ट होने के कगार पर पहुंच गई है. बाजार में अभी पुरानी फसल की ही प्याज बिक रही हैं.
इसके साथ ही टमाटर, परवल, गोभी, धनिया के दामों में भी पहले से उछाल आया है. इससे लोगों की थाली से हरी सब्जियां गायब हो रही हैं.जानकारी के मुताबिक आगामी 15 से 20 दिनों में प्याज की कीमतों में गिरावट नही आएगी. आने वाले दिनों दतिवनों में 80 से 100 रुपये तक प्याज की कीमत जा सकती है.
डूमरतराई सब्जी संघ के अध्यक्ष टी श्रीनिवास रेड्डी ने बताया कि प्याज की कीमत बढ़ने का मुख्य कारण है प्याज का बाहर से आयात नहीं होना. जितनी डिमांड है उससे प्याज कम आ रहा है. इसके कारण प्याज के रेट बढ़े है. भी मंडी में प्याज थोक में 45 और चिल्हर में 60 से 70 रुपये तक बिक रहा है. पुरानी फसल लगभग आखिरी है उसकी आवक भी कमजोर है. नई फसल अभी चालू हुआ है. लेकिन जितनी डिमांड है उससे कम आ रहा है. बरसात के कारण भारत में फसल को बहुत नुकसान हुआ है. प्याज महाराष्ट्र से सप्लाई होती है वहां पर स्थानीय उत्पादन कम है इसके कारण भी कीमत ज्यादा है. आने वाले समय में प्याज की कीमत थोक में 60 से 70 रुपये जा सकता है और चिल्हर में 80 से 100 रुपये तक बिक सकता है. आने वाले 15 से 20 दिनों में राहत की कोई उम्मीद नही है.