भागलपुर। बिहार में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘वोट अधिकार यात्रा’ का आज छठा दिन है। यात्रा का काफिला शुक्रवार सुबह मुंगेर से निकलकर भागलपुर के सुल्तानगंज पहुंचा, जहां से आगे अकबरनगर की ओर बढ़ा। अकबरनगर में करीब दो घंटे का विश्राम है। इस दौरान राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव लगातार जनता से मुलाकात कर रहे हैं।
लोगों में खासा उत्साह देखा गया।
मुंगेर में यात्रा की शुरुआत खानकाह रहमानी में मौलाना से लगभग 20 मिनट की मुलाकात के साथ हुई। इसके बाद शहरी इलाके में रोड शो निकाला गया, जो मुस्लिम और यादव बहुल इलाकों से होकर गुजरा। राहुल गांधी की यह पहली मुंगेर यात्रा रही, जिसे लेकर लोगों में खासा उत्साह देखा गया।
घोरघट में विवाद खड़ा हो गया
हालांकि, इस बीच मुंगेर के सीमावर्ती क्षेत्र घोरघट में विवाद खड़ा हो गया। दरअसल, यहां 12 फीट ऊंची भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा और शिलापट्ट के अनावरण का कार्यक्रम तय था। कार्यक्रम स्थल को सजाया गया था और स्थानीय लोगों ने भारी संख्या में पहुंचकर अपने नेताओं का स्वागत करने की तैयारी कर रखी थी। लेकिन राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का काफिला कार्यक्रम स्थल से होकर बिना अनावरण किए सीधे आगे बढ़ गया।
स्थानीय लोगों में नाराजगी
अनावरण नहीं होने से स्थानीय लोगों में नाराजगी फैल गई। उनका कहना था कि नेताओं ने अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण न करके उनका अपमान किया। मौके पर माहौल बिगड़ने लगा तो पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव आगे आए और केवल शिलापट्ट का अनावरण किया। इसके बाद वे भी राहुल गांधी के काफिले के साथ आगे निकल गए।
दलित समाज के प्रति उपेक्षा बताया
यात्रा के दौरान इस घटना ने स्थानीय राजनीति को गरमा दिया है। विरोधियों ने इसे दलित समाज के प्रति उपेक्षा बताया, जबकि कांग्रेस और राजद नेताओं ने इसे कार्यक्रम के समय और सुरक्षा कारणों से जुड़ा मामला बताया। बावजूद इसके, राहुल गांधी की ‘वोट अधिकार यात्रा’ का उत्साह प्रभावित नहीं हुआ है। यात्रा के अगले पड़ाव में भागलपुर और अकबरनगर में बड़े स्तर पर जनसभाओं और संवाद कार्यक्रमों की योजना है।
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