Durg-Bhilai News Update: दुर्ग। एनएचएस कर्मियों के हड़ताल पर जाने की वजह से जिला अस्पताल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और उप स्वास्थ्य केन्द्र तक की व्यवस्था चरमरा गई है.

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दुर्ग जिला चिकित्सालय के 60% कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से रेगुलर स्टाफ पर काम का लोड बढ़ गया है. इसके साथ मरीजों की भी परेशानी बढ़ गई है. स्टाफ की कमी के कारण श्रवण जांच केंद्र पूरी तरह बंद है. वहीं हमर लैब, ब्लड बैंक, एक्सरे लैब, सोनोग्राफी लैब के साथ-साथ वार्डों में बीएससी नर्सिंग और जीएनएम नर्सिंग स्टूडेंट की ड्यूटी लगाई गई है.

विशेष अभियान चलाकर 255 वारंटियों को दबोचा

भिलाईनगर। दुर्ग पुलिस ने तीन दिनों तक वारंटियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर कुल 31 अलग- अलग टीमों ने 255 वारंटियों को पकड़ा. इसमें थाना नेवई के वर्ष 2009 के प्रकरण में फरार वारंटी को भी गिरफ्तार किया है.

पुलिस प्रवक्ता पद्मश्री तंवर ने बताया कि जिला दुर्ग में वर्षों से लंबित स्थाई एवं गिरफ्तारी वारंटियों पर तामिली के लिए 20 अगस्त से 22 अगस्त तक दुर्ग पुलिस ने विशेष अभियान के तहत जिले के सभी थाना क्षेत्रों में वारंटियों के तलाश के लिए विशेष टीम गठित की.

इस अभियान के तहत 107 बेमियादी तथा 148 गिरफ्तारी वारंट, कुल 255 वारंटी को दुर्ग पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है. इस विशेष अभियान के तहत वारंटियो का नाम सूचीबद्ध कर, फिंगर प्रिंट लेकर डाटा बेस तैयार किया गया है.

थानों में पड़े लावारिस वाहनों की जल्द होगी नीलामी

भिलाईनगर। जिला प्रशासन ने थानों में वर्षों से खडे वाहनों की नीलामी की अनुमति दे दी है. एसडीएम कोर्ट में पुलिस ने वाहनों की जानकारी तैयार कर जमा की थी. पूरी सूची तैयार हो गई है, अब बार कोड स्कैन करने से गाड़ी की पूरी डिटेल मिल जाएगी. दुर्ग शहर के थानों में लंबे समय से लावारिश, कंडम और लवादा (बिना मालिक) के खड़े वाहनों की नीलामी के लिए इस्तेगासा पेश किया गया.

जामुल पुलिस ने नीलाम होने वाले वाहनों की जानकारी के लिए बार कोड तैयार किया है, जिसे स्कैन करने से वाहन से संबंधित पूरी जानकारी मिल जाएगी. जैसे कि गाड़ी नंबर, चेचिस नंबर और मालिक की जानकारी. गाड़ी मालिक चाहे तो जानकारी लेकर वाहन्न से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत कर वाहन अपने कब्जे में ले सकता है. अन्यथा 19 सिंतबर के बाद वाहनों की नीलामी की जाएगी.

निजी स्कूलों को नहीं मिली नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक, करेंगे धरना-प्रदर्शन

दुर्ग। नवीन शिक्षण सत्र को प्रारण हुए दो महीने हो गए हैं, लेकिन अभी तक निजी स्कूलों को स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्रदान किया जाने वाली राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की पुस्तकें नहीं मिली है.

निजी विद्यालय संचालक संघ ने जून माह में ही जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा को ज्ञापन सौंपा था कि नए शिक्षण सत्र के शुरू होने से पहले करा दी जाए, जिससे समय से छात्र छात्राओं को पुस्तकें प्राप्त हो जाएं. लेकिन अब तक किताबें नहीं दी गई है.

संघ के अध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार गुप्ता ने कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी ने तत्काल निजी स्कूलों को पुस्तकें नहीं उपलब्ध कराई तो हम धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे. इसके साथ दुर्ग जिला शिक्षा अधिकारी की शिकायत नव नियुक्त प्रदेश के शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव से करने की बात कही है.

गंगा जी टॉवर संचालक को पार्किंग पर भेजा नोटिस

भिलाईनगर। पदुम नगर स्थित गंगा जी टॉवर कॉम्प्लेक्स में पॉर्किंग की व्यवस्था नहीं होने से आम लोगों को होने वाली परेशानी को देखते हुए पार्षद मनीष वर्मा ने ट्रैफिक पुलिस से शिकायत की थी. इस पर कार्रवाई करते हुए ट्रैफिक पुलिस ने कॉम्पलेक्स में आने-जाने वालों की सड़क पर खड़ी गाड़ियों को हटाने के साथ कॉम्प्लेक्स के मालिक को फोन कर सूचना एवं लिखित नोटिस दी गई है.

भिलाई-चरोदा निगम शुरू करेगा डोर-टू-डोर संपत्तिकर सर्वेक्षण

भिलाई/चरोदा। नगर निगम भिलाई चरोदा क्षेत्र में संपत्तिकर एवं अन्य करों के वास्तविक मूल्यांकन के लिए डोर-टू-डोर सर्वेक्षण की शुरुआत की जा रही है. महापौर निर्मल कोसरे एवं निगम आयुक्त दशरथ सिंह राजपूत के निर्देश पर यह अभियान सोमवार से शुरू होगा. इस उद्देश्य के तहत सभी 40 वार्डों में राजस्व विभाग की टीमें घर-घर जाकर संपत्तियों का भौतिक सत्यापन करेंगी. राजस्व प्रभारी एवं महापौर परिषद सदस्य मोहन साहू ने जानकारी दी कि प्रत्येक दल में 5 कर्मचारी शामिल होंगे.

कौही, बोरेंदा व केसरा में रेत का अवैध भंडारण

रानीतराई। रानीतराई क्षेत्र के ग्राम केसरा, कौही व बोरेंदा सहित खारून नदी के किनारे स्थित गावों में रेत का अवैध भण्डारण किया गया है. इस पर न तो पंचायत पदाधिकारी आवाज उठा रहे हैं, और न ही खनिज विभाग व राजस्व विभाग कोई कार्रवाई किया जा रहा है.

रेत माफिया ने इस गावों में जहां पर भी खाली जगह नजर आ रही है, वहीं रेत का ढेर लगा दिया है. गांव के लोगों का कहना है कि जब कोई व्यक्ति अपने घर के आसपास छोटे से जगह को कब्जा करता है तो अधिकारी सहित पंचायत के लोग उसे हटाने में लग जाते हैं, लेकिन रेत माफियों के द्वारा घास जमीनों पर व शासकीय कार्यालय सहित शासकीय भवनों के सामने रेत का भंडारण किया गया है. उस पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं किया जा रहा है.

ग्राम कौही में तो मंदिर परिसर, रिया पार्क सहित मवेशियों के चारागाह की जगहों पर रेत भण्डारण कर रखा गया है. वहीं बोरेंदा में शासकीय जंगलों, रास्तों सहित नदी के किनारे शासकीय जमीनों पर रेत माफियों के द्वारा रेत का भण्डारण किया गया है. यही हाल ग्राम केसरा का है, जिसको जहां जगह मिला वहीं रेत का भंडारण किया गया है.