Bihar News: मुजफ्फरपुर में जमीन माफियाओं की करतूत जानकर आपका भी सिर चकरा जाएगा। जिसने प्रशासन और सरकार दोनों की चिंता बढ़ा दी है। दरअसल यहां माफिया इतने बेखौफ हो गए हैं कि उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की अधिग्रहित जमीन को भी आम लोगों को बेच डाला। यह मामला पुराने एनएच-28 और नए एनएच-122 से जुड़ा है, जहां करीब 60 साल पहले सड़क चौड़ीकरण के लिए भूमि ली गई थी। अब उसी पर अवैध कॉलोनियां बस चुकी हैं। नतीजा यह हुआ कि रामदयालु स्थित रेलवे ओवरब्रिज (ROB) और समस्तीपुर रोड पर प्रस्तावित फोरलेन निर्माण का काम अधर में अटक गया है।

सीएम नीतीश ने किया था शिलान्यास

कुछ ही दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रामदयालु ROB और फोरलेन परियोजना का शिलान्यास किया था। लेकिन जैसे ही काम शुरू करने की बारी आई, अतिक्रमण सबसे बड़ी बाधा बन गया। NHAI परियोजना निदेशक ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर जमीन खाली कराने की मांग की है और अतिक्रमण की तस्वीरों के साथ विस्तृत रिपोर्ट भी भेजी है।

मुआवजा मिलने के बाद भी बिकी जमीन

NHAI अधिकारियों का कहना है कि, 1963-64 में जब सड़क चौड़ीकरण और परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहित की गई थी, तब सभी रैयतों को मुआवजा भी मिल चुका था। बावजूद इसके जमीन माफियाओं ने उस पर कब्जा जमाकर आम जनता को बेच दिया। इतना ही नहीं, स्थानीय अंचल कार्यालय से दाखिल-खारिज की प्रक्रिया पूरी कर कब्जे को वैध कराने तक का खेल रचा गया।

सरकारी जमीन पर खड़े हुए दर्जनों मकान

रामदयालु अतरदह-उर्फ सलाहपुर बुधन इलाके में अब सरकारी जमीन पर पक्के मकान खड़े हैं। बताया जा रहा है कि खाली पड़ी जमीन पर माफियाओं ने सुनियोजित तरीके से कॉलोनियां काट दीं और अवैध बिक्री शुरू कर दी। इस गड़बड़ी का असर अब सीधे-सीधे ROB और फोरलेन परियोजना पर पड़ा है, जिसकी लागत अरबों में है।

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