Ganesh Utsav 2025: गणेश उत्सव जैसे ही घर-घर और पंडालों में धूमधाम से शुरू होता है, प्रतिमा स्थापना के साथ कई धार्मिक परंपराएं भी निभाई जाती हैं. इन्हीं परंपराओं में से एक है पान के पत्ते पर सुपारी रखकर “सुपारी गणेश” की स्थापना करना. मान्यता है कि यह स्थापना शुभता का प्रतीक मानी जाती है और गणपति पूजन को पूर्णता प्रदान करती है.
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Ganesh Utsav 2025
धार्मिक ग्रंथों में उल्लेख है कि सुपारी को गणपति का प्रतीक माना जाता है. स्थापना के समय पान के पत्ते पर सुपारी रखकर उसे “गणेश जी का सूक्ष्म स्वरूप” मानकर पूजा की जाती है. इसके पीछे मान्यता है कि यदि किसी कारणवश प्रतिमा स्थापित न हो पाए, तो सुपारी गणेश की पूजा से भी उतना ही पुण्य फल मिलता है. साथ ही, पान का पत्ता समृद्धि और ताजगी का द्योतक है, जबकि सुपारी स्थिरता और मंगल कार्यों की आधारशिला मानी जाती है.
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Ganesh Utsav 2025: पौराणिक मान्यता के अनुसार, पान और सुपारी के संयोग से देवताओं की विशेष कृपा प्राप्त होती है. गणेश पूजन में इसे जोड़ने से पूजा का महत्व और भी बढ़ जाता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है. यही कारण है कि गणेश उत्सव की शुरुआत में ही पान पर सुपारी गणेश की स्थापना करना जरूरी माना जाता है.
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