पटियाला : पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री और शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से आय से अधिक संपत्ति के मामले में नाभा जेल में पूछताछ की गई। पंजाब पुलिस और विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने नई नाभा जेल में पहुंचकर मजीठिया से लगभग दो घंटे तक सवाल-जवाब किए। यह पूछताछ पंजाब सरकार द्वारा दो दिन पहले कोर्ट में दाखिल की गई 40 हजार पन्नों की चार्जशीट के आधार पर की गई।


चार्जशीट में 200 गवाहों के बयान शामिल किए गए हैं। शुरुआत में मजीठिया के पास 540 करोड़ रुपये की आय से अधिक संपत्ति होने की बात सामने आई थी, लेकिन अब चार्जशीट में 700 करोड़ रुपये की विवादित संपत्ति का जिक्र किया गया है। विजिलेंस ने पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई स्थानों से जानकारी जुटाकर यह चार्जशीट तैयार की है।


मजीठिया के वकील फेरी सोफत ने मीडिया से बातचीत में बताया कि चार्जशीट तैयार करना आसान नहीं था। इसके लिए विजिलेंस की टीम ने दो महीने तक गहन जांच की। उन्होंने कहा कि 400 बैंक खातों का रिकॉर्ड और पिछले दस साल का डेटा जुटाना एक जटिल और चुनौतीपूर्ण कार्य था। जांच टीम रात 3 बजे तक काम करती थी और सुबह 8 बजे फिर से काम शुरू कर देती थी। चार्जशीट में कई नेताओं के बयान भी दर्ज किए गए हैं।