आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में पिछले 18 घंटों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचा दी है। बस्तर के कई नदी-नाले उफान पर हैं और अचानक आई बाढ़ ने लोगों की जिंदगी खतरे में डाल दी है।

लोहंडीगुड़ा ब्लॉक के मांदर गांव में बारिश के पानी ने विक्राल रूप ले लिया। बड़े बहार नाले का जल स्तर इतना बढ़ गया कि मांदर गांव के कई घर पानी में डूब गए। अचानक आई बाढ़ ने लोगों को घरों से निकलने का मौका भी नहीं दिया।

रेस्क्यू में आ रही दिक्कतें

बाढ़ में लोगों के फंसे होने की जानकारी लगते ही मौके पर स्थानीय पुलिस और राजस्व विभाग की टीम पहुंची। प्रशासन के उच्च अधिकारियों ने भी मोर्चा संभाला, लेकिन लगातार हो रही बारिश की वजह से SDRF की टीम को रेस्क्यू अभियान शुरू करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

सांसद ने प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा

बस्तर सांसद महेश कश्यप भी बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा करने पहुंचे। उन्होंने बताया कि बस्तर में मूसलाधार बारिश और बाढ़ की स्थिति की जानकारी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा को दी गई है। बाढ़ ग्रस्त गांवों में मदद पहुंचाने का भरसक प्रयास किया जा रहा है।

सड़क बह गई

इसी बीच जगदलपुर-तोखापाल ब्लॉक के रायकोट में भी तेज बारिश के कारण सड़क बह गई। राष्ट्रीय राजमार्ग से रैक लोडिंग प्वाइंट जाने वाले मार्ग में हादसा हुआ। भूस्खलन से बचाने के लिए बनाई गई रिटर्निंग वाल भी ध्वस्त हो गई।

हेल्पलाइन नंबर जारी

बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए जिला बाढ़ नियंत्रण कक्ष ने हेल्पलाइन नंबर दूरभाष नंबर : 07856-252412 जारी किया है।