आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में बीती रात से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। नदी-नाले उफान पर हैं और कई गांव जलमग्न हो गए हैं। अचानक आई बाढ़ से हालात इतने बिगड़े कि लोहंडीगुड़ा ब्लॉक का मांदर गांव पूरी तरह बाढ़ की चपेट में आ गया है। हालात इतने बिगड़े कि हेलिकॉप्टर से लोगों को एयरलिफ्ट करना पड़ा, जबकि कई परिवारों को अपना घर छोड़कर सुरक्षित ठिकानों पर शरण लेनी पड़ी। इलाके में बनी गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रशासन लगातार राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है।

हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू

लगातार बारिश से लोहंडीगुड़ा ब्लॉक का मांदर गांव बुरी तरह बाढ़ की चपेट में आ गया है। हालात इतने बिगड़े कि गांव में फंसे 5 लोगों को हेलिकॉप्टर से एयरलिफ्ट कर सुरक्षित बाहर निकाला गया। वहीं करीब 85 परिवारों को घर छोड़कर सुरक्षित ठिकानों पर शरण लेना पड़ा।

SDRF और प्रशासन ने संभाला मोर्चा

राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीम ने भी मोर्चा संभालते हुए 15 लोगों को बाढ़ से निकालकर राहत शिविरों तक पहुंचाया। जिला प्रशासन की ओर से प्रभावित परिवारों को भोजन और अस्थायी ठिकाने उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

बह गई सड़क

तेज बारिश से जगदलपुर-तोखापाल ब्लॉक के रायकोट इलाके में सड़क बह गई। राष्ट्रीय राजमार्ग से रैक लोडिंग प्वाइंट तक जाने वाला मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। भूस्खलन से बचाव के लिए बनाई गई रिटर्निंग वाल भी ढह गई।

हेल्पलाइन नंबर जारी

बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए जिला बाढ़ नियंत्रण कक्ष ने हेल्पलाइन नंबर 07856-252412 जारी किया है।