प्रतीक चौहान, रायपुर। डीआरएम और सीनियर DCM समेत रायपुर रेल मंडल के तमाम अधिकारियों की टीम ने रायपुर रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया. इस दौरान एक यात्री की शिकायत पर सीनियर डीसीएम ने नायक स्टाइल में कार्रवाई करते हुए सीआरएस को तत्काल हटाने के निर्देश दिए.

रायपुर रेलवे स्टेशन के निरीक्षण के दौरान कुछ यात्रियों ने उनसे टिकट काउंटर में कैश न लिए जाने की शिकायत की. यात्रियों ने कहा कि आरक्षण केंद्र में कैश और ऑनलाईन पेमेंट के काउंटर अलग-अलग कर दिए गए है, लेकिन कैश काउंटर में ज्यादा लंबी लाईन होती है और ऑन लाईन पेमेंट लिए जाने वाला काउंटर खाली होता है.

ऐसे में जिनके पास डिजिटल पेमेंट का ऑप्शन नहीं है, उन्हें फिर से कैश काउंटर वाली लंबी लाइन में लगना पड़ रहा है. यात्रियों के परेशानियों को सुनकर उन्होंने तत्काल रिजर्वेशन सुपरवाइजर को बुलाकर इस संबंध में पूछताछ की. लेकिन सुपरवाइजर का जवाब सुनते ही वे भड़क गए और तत्काल आरक्षण केंद्र के अधिकारी को हटाने के निर्देश दे दिए.

हालांकि लल्लूराम डॉट कॉम ने ये मुद्दा 17 मार्च को प्रमुखता से प्रकाशित किया था, लेकिन तब इस मामले को रायपुर रेल मंडल के अधिकारियों ने अनदेखा करते हुए इसे डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने की पहल बताया था. लेकिन जब यात्री ने डीआरएम के समक्ष इस मुद्दे को उठाया तो अधिकारियों ने कार्रवाई के आदेश दिए.

सूत्र बताते है कि जिस फार्मेट में कैश और ऑन लाईन काउंटर अलग-अलग किए गए है वो अधिकारियों के निर्देशन पर ही किए गए है.

लल्लूराम ने उठाया था मुद्दे

मार्च महीने से दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के अधिकारियों ने आरक्षण केंद्र और अनारक्षित टिकट केंद्र में कई कैश काउंटर (Cash Counter) बंद कर डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) को बढ़ावा देने का अभियान शुरू किया है. लेकिन इस अभियान के चलते टिकट काउंटरों में लंबी लाईनें लगी हुई है और वो यात्री परेशान हो रहे हैं, जिनके पास डिजिटल पेमेंट का कोई ऑपशन नहीं है. कुछ ऐसा ही आज भी हुआ.

परेशान यात्रियों ने अपनी परेशानी साझा करते हुए बताया कि रायपुर रेलवे स्टेशन (Raipur Railway Station) के अनारक्षित टिकट काउंटर के लंबी लाईन में खड़े रहने के बाद जब आप काउंटर पर टिकट लेने पहुंचेंगे, तो पता चलेगा कि उक्त काउंटर केवल डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) के लिए ही है, इसके बाद आपको पुनः उस लाईन में लगना होगा जहां Cash में टिकट उपलब्ध होगी. संभव है कि ऐसे में या तो यात्री बिना टिकट ट्रेन में सफर करने को मजबूर होंगे या टिकट के चक्कर में यात्रियों की ट्रेनें ही छूट जाएगी.

यात्रियों ने जब आज सीनियर DCM से अपनी परेशानी बताई तो उन्होंने तत्काल रिजर्वेशन अधिकारी से इस संबंध में पूछताछ की. उन्होंने पूछा कि आखिर डिजिटल काउंटर में पहुंचे यात्रियों को कैश में टिकिट क्यों नहीं दी जा रही है? इस पर उन्होंने जवाब दिया कि हमें फरमान दिया गया है कि केवल एक ही काउंटर में कैश से टिकिट दी जाएगी, बाकी काउंटर में डिजिटल पेमेंट ही लिया जाएगा. इस जवाब को सुनते ही सीनियर डीसीएम भड़क उठे और फोन करके तत्काल आरक्षण केंद्र के अधिकारी को हटाने के निर्देश दे दिए.

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