सोहराब आलम/ मोतिहारी पूर्वी चम्पारण। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की वोट अधिकार यात्रा से पहले महागठबंधन के भीतर ही बवाल खड़ा हो गया है। कांग्रेस और राजद के नेताओं के बीच बैनर-पोस्टर लगाने को लेकर शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि मामला थाने तक जा पहुंचा।
कांग्रेस के पोस्टर हटवा दिए
जानकारी के अनुसार, कांग्रेस जिलाध्यक्ष के सहायक ने मोतिहारी नगर निगम से अनुमति लेकर प्रकाश आउटडोर मीडिया के नाम पर राहुल गांधी के 16 बैनर-पोस्टर लगाने की मंजूरी ली थी। ये पोस्टर शहर में अलग-अलग जगहों पर लगने थे। लेकिन आरोप है कि राजद नेताओं और नगर निगम मेयर प्रीति गुप्ता के समर्थकों ने जबरन शहर में अपने बैनर-पोस्टर लगा दिए और कांग्रेस के पोस्टर हटवा दिए।
धमकाया और गोली मारने तक की धमकी दी
कांग्रेस जिलाध्यक्ष के सहायक का आरोप है कि मेयर प्रीति गुप्ता, देवा गुप्ता और सुगंधा गुप्ता के समर्थकों ने उन्हें धमकाया और गोली मारने तक की धमकी दी। इस मामले में मोतिहारी नगर निगम मेयर प्रीति गुप्ता, देवा गुप्ता और सुगंधा गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
कोई आधिकारिक बयान नहीं आया
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि उन्होंने विधिवत अनुमति लेकर पोस्टर लगाए थे, लेकिन राजद नेताओं के समर्थकों ने नियमों का उल्लंघन करते हुए शहर में अपने बैनर-पोस्टर लगा दिए। वहीं, राजद खेमे से इस मामले पर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
मतभेद को उजागर कर दिया
वोट अधिकार यात्रा को लेकर महागठबंधन के भीतर यह टकराव राजनीतिक सरगर्मी को और बढ़ा सकता है। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की यह यात्रा बिहार में विपक्षी एकजुटता का बड़ा प्रदर्शन मानी जा रही है, लेकिन पोस्टर विवाद ने सहयोगी दलों के बीच मतभेद को उजागर कर दिया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और सभी पक्षों से बयान लिया जाएगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि महागठबंधन इस आंतरिक कलह को कैसे सुलझाता है और आगामी कार्यक्रम पर इसका क्या असर पड़ता है।
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