Rajasthan News: राजस्थान में नशा तस्करी तेजी से बढ़ रही है। हाल ही में यह सामने आया है कि कुछ मामलों में सेना के जवान भी इस धंधे में संलिप्त हैं। कुछ महीने पहले एक सेना जवान अपनी गर्लफ्रेंड के साथ गिरफ्तार हुआ था।

अब पुलिस ने एक और बड़े मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक सेना का जवान भी शामिल है। पुलिस ने नशा तस्करी के खिलाफ अभियान चलाते हुए भारी मात्रा में गांजा और सिंथेटिक ड्रग MDMA जब्त किया।

100 किलो से अधिक गांजे के साथ ट्रक जब्त

पुलिस ने एक ट्रक को पकड़ा, जिसमें लोहे की सरियों के बीच 103 किलो गांजा छुपाकर लाया जा रहा था। इस मामले में ट्रक ड्राइवर जाहिर खान और उसका साथी विनोद शर्मा, दोनों झालरापाटन के रहने वाले, गिरफ्तार हुए।

ट्रक को एक लग्जरी कार द्वारा एस्कॉर्ट किया जा रहा था, जिसे पुलिस ने रोकते ही बड़ा खुलासा हुआ। कार में पीरूलाल मालवीय (34) राजगढ़, मध्य प्रदेश का निवासी और अनवर उर्फ अन्नू (29) झालरापाटन के निवासी पाए गए। पीरूलाल के पास सेना का आईडी कार्ड भी मिला, जिसे वह पुलिस नाकाबंदी से बचने और साथियों को सतर्क करने के लिए इस्तेमाल कर रहा था। पुलिस अब इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।

सिंथेटिक ड्रग MDMA का सौदा पकड़ा

एक अलग कार्रवाई में झालरापाटन पुलिस ने बिना नंबर प्लेट वाली फोर्ड इकोस्पोर्ट कार से तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान इमरान उर्फ आशु (26), कालू उर्फ शेख शाहरुख (27) और अजहर (28), रामगंज मंडी, कोटा के रूप में हुई। कार से 1.57 ग्राम MDMA बरामद हुआ।

प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे 100 ग्राम MDMA खरीदने के लिए परमानंद गुर्जर उर्फ पंडा से मिलने आए थे और इसके लिए 45,000 रुपये एडवांस दिए थे। पुलिस को देखते ही पंडा मौके से फरार हो गया। उसकी तलाश जारी है।

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