प्रमोद कुमार/ कैमूर। जिले के मोहनिया में आज एक अनोखा नजारा देखने को मिला जब जल संसाधन विभाग के कार्यालय पर डुगडुगी बजाकर सिविल कोर्ट मोहनिया के आदेश पर कुर्की का इश्तेहार चिपकाया गया। कोर्ट ने विभाग के कार्यालय के साथ-साथ उसके आस-पास की लगभग 3.75 एकड़ जमीन को नीलाम करने का आदेश जारी किया है। यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि विभाग ने वर्षों से बकाया राशि का भुगतान नहीं किया।
मोहनिया सिविल कोर्ट में गुहार लगाई
मामला मेसर्स शिव शंकर कंस्ट्रक्शन कंपनी प्राइवेट लिमिटेड का है, जिसका 1992 में जल संसाधन विभाग पर 28 लाख रुपये का बकाया था। कंपनी को भुगतान न मिलने पर उसने पहले व्यवहार न्यायालय भभुआ का दरवाजा खटखटाया। उस समय कोर्ट ने विभाग को भुगतान का आदेश दिया, लेकिन विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद याचिकाकर्ता ने मोहनिया सिविल कोर्ट में गुहार लगाई।
डेढ़ करोड़ रुपये के भुगतान का आदेश दिया
सिविल कोर्ट ने बकाया राशि पर प्रतिवर्ष 16% की दर से ब्याज जोड़कर अब तक कुल लगभग डेढ़ करोड़ रुपये के भुगतान का आदेश दिया है। कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया कि यदि यह राशि शीघ्र अदा नहीं की गई, तो विभाग की संपत्ति की नीलामी की जाएगी। इसी आदेश के तहत आज डुगडुगी बजाते हुए इश्तेहार चिपकाया गया।
कॉपी जल संसाधन विभाग को सौंप दी गई
डुगडुगी की आवाज सुनते ही आसपास बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और पूरे घटनाक्रम को देखने लगे। कोर्ट द्वारा इश्तेहार चिपकाने के साथ विभाग की जमीन की नापी भी करा ली गई और उसकी कॉपी जल संसाधन विभाग को सौंप दी गई। यह घटना न केवल विभाग की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि न्यायपालिका की सख्ती का भी उदाहरण पेश करती है।
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