PM Modi Japan Visit: पीएम मोदी आज जापान जा रहे हैं। मोदी अपनी 2 दिवसीय यात्रा (29 और 30 अगस्त) के दौरान अपने जापानी समकक्ष शिगेरु इशिबा से मिलेंगे। साथ ही 15वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। यह प्रधानमंत्री मोदी की आठवीं जापान यात्रा और इशिबा के साथ पहली शिखर वार्ता होगी। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी चीन यात्रा के लिए रवाना हो जाएंगे।

इस यात्रा के दौरान दोनों नेता भारत और जापान के बीच विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी की समीक्षा करेंगे, जिसमें रक्षा और सुरक्षा, व्यापार और अर्थव्यवस्था, प्रौद्योगिकी, नवाचार और लोगों के बीच आदान-प्रदान शामिल हैं। इसके अलावा क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के मुद्दों पर भी चर्चा होगी। चलिए जानते हैं पीएम मोदी की जापान यात्रा में क्या-क्या होगा।

 रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी की 2 दिवसीय यात्रा के दौरान, जापानी सरकार भारत के लिए 10 ट्रिलियन येन (68 बिलियन अमेरिकी डॉलर) के निवेश लक्ष्य की घोषणा करने की योजना बना रही है। जापान के क्योडो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और इशिबा अपने संयुक्त वक्तव्य में इसकी घोषणा कर सकते हैं। मार्च 2022 में, जापान के पूर्व प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने भी भारत में 5 ट्रिलियन येन के निवेश का ऐलान किया था। 

बुलेट ट्रेन से आगे अब सेमीकंडक्टर्स पर है नजर

भारत और जापान आर्थिक सुरक्षा में सहयोग की संभावनाओं को तलाशने के लिए एक नए ढांचे पर सहमत हो सकते हैं। इस ढांचे में आवश्यक खनिजों और स्वच्छ ऊर्जा के साथ-साथ सेमीकंडक्टर्स को भी प्रमुख क्षेत्र के रूप रखा जाएगा। यहां यह बताना भी जरूरी हाँ कि प्रधानमंत्री मोदी और इशिबा सेंडाई भी जा सकते हैं, जो अपने सेमीकंडक्टर कौशल के लिए प्रसिद्ध शहर है। संभव है कि दोनों नेता बुलेट ट्रेन से सेंडाई की यात्रा करेंगे। 

पीएम मोदी जापान में क्या-क्या करेंगे?
* पीएम मोदी आज शाम जापान के लिए रवाना होंगे।
* 29–30 अगस्त: 15वां भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन।
* पीएम मोदी और जापानी पीएम इशिबा की पहली वार्षिक मुलाक़ात होगी।
* सात साल बाद पीएम मोदी का जापान का स्टैंडअलोन द्विपक्षीय दौरा है।
* एजेंडा: व्यापार, निवेश, रक्षा, विज्ञान, तकनीक व संस्कृति।
* जापान में उद्योगपतियों और राजनीतिक नेताओं से बातचीत करेंगे मोदी।

जापान की किन चीजों का भारतीय खूब इस्तेमाल करते हैं

भारत और जापान का रिश्ता केवल आज का नहीं है बल्कि सहस्राब्दी पुराना है। छठी शताब्दी में जब बौद्ध धर्म जापान पहुंचा तो वहां की संस्कृति पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा। जापान में बुद्ध की मूर्तियां, मंदिर और त्योहार आज भी भारतीय आध्यात्मिक धरोहर की झलक दिखाते हैं।

  • कारें और बाइक: टोयोटा, होंडा, निसान, सुजुकी जैसी कंपनियां भारत में सबसे लोकप्रिय वाहन ब्रांडों में शामिल हैं। ख़ासतौर पर मारुति-सुजुकी का नाम तो लगभग हर भारतीय परिवार से जुड़ा हुआ है।
  • इलेक्ट्रॉनिक्स: सोनी, पैनासोनिक, तोशिबा और हिताची जैसी कंपनियों ने टीवी, कैमरे, साउंड सिस्टम, एसी और घरेलू उपकरणों से भारतीय बाज़ार पर एक समय पर दबदबा बनाया. डिजिटल कैमरों और ऑडियो सिस्टम्स में जापानी तकनीक आज भी भरोसे की मिसाल है।
  • गेमिंग और टेक्नोलॉजी: निनटेंडो और सोनी प्लेस्टेशन जैसे गेमिंग कंसोल भारतीय युवाओं की पहली पसंद बने रहे।
  • खाना और संस्कृति: सुशी और रेमेन जैसे जापानी व्यंजन अब भारत के महानगरों के रेस्तरां में लोकप्रिय हैं।

भारत जापान से क्या-क्या मंगाता है?

भारत और जापान का व्यापार साल-दर-साल लगातार बढ़ रहा है।

  • जापान भारत को मुख्यतः ऑटोमोबाइल्स, ऑटो पार्ट्स, इलेक्ट्रॉनिक गुड्स, मशीनरी और स्टील उत्पाद भेजता है।
  • भारत से जापान को पेट्रोकैमिकल्स, कपास, लौह अयस्क, आभूषण और समुद्री उत्पाद भेजे जाते हैं।
  • साल 2024 तक के आंकड़ों के मुताबिक भारतजापान द्विपक्षीय व्यापार का मूल्य लगभग 21 अरब डॉलर आंका गया।
  • इनमें भारत ने जापान को लगभग 67 अरब डॉलर का निर्यात किया, जबकि जापान से आयात 1314 अरब डॉलर रहा।
  • इस तरह दोनों देशों के संबंध में भारत का व्यापार घाटा बढ़ा है पर असंतुलन को पाटने के प्रयास तेज हैं।

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