चंडीगढ़ : गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के वायरल इंटरव्यू मामले में आज पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में महत्वपूर्ण सुनवाई होने जा रही है। इस दौरान कोर्ट विशेष जांच दल (SIT) की ओर से दाखिल की गई रिपोर्ट पर फैसला सुना सकता है।

इससे पहले 19 अगस्त को हुई सुनवाई में कोर्ट ने स्पष्ट किया था कि SIT की रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद ही कोई आदेश जारी किया जाएगा। बिश्नोई के इंटरव्यू में सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की जिम्मेदारी लेने और जेल से संचालित गतिविधियों के खुलासों ने सनसनी मचा दी थी।

सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की जिम्मेदारी

लॉरेंस बिश्नोई के दो इंटरव्यू वायरल हुए थे, जिनमें से पहला 14 मार्च 2023 को प्रसारित हुआ। इस इंटरव्यू में बिश्नोई ने सिद्धू मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी ली थी। उसने दावा किया कि मूसेवाला गायकी छोड़कर गैंगवार में शामिल हो रहा था और उसके कॉलेज के दोस्त विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में मूसेवाला का हाथ था, जिसके चलते उसने हत्या की साजिश रची। SIT के मुताबिक, यह इंटरव्यू बिश्नोई ने CIA की कस्टडी में दिया था।

जेल से इंटरव्यू और मोबाइल का खुलासा

दूसरे इंटरव्यू में बिश्नोई ने जेल के अंदर से इंटरव्यू देने का सबूत दिया। उसने अपनी बैरक दिखाई और बताया कि उसे बाहर जाने की इजाजत नहीं है, लेकिन मोबाइल सिग्नल उपलब्ध रहता है। बिश्नोई ने कहा कि रात में जेल गार्ड कम आते हैं, जिसका फायदा उठाकर वह कॉल करता है। उसने यह भी खुलासा किया कि मोबाइल फोन बाहर से जेल में फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ इन्हें पकड़ लेता है, लेकिन ज्यादातर फोन उस तक पहुंच जाते हैं।

पंजाब पुलिस पर उठे सवाल, DGP का दावा

इंटरव्यू के वायरल होने के बाद पंजाब पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे। जवाब में पंजाब के DGP गौरव यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि यह इंटरव्यू पंजाब की किसी जेल में नहीं हुआ। उन्होंने बिश्नोई की दो तस्वीरें दिखाते हुए कहा कि जब उसे बठिंडा जेल लाया गया था, तब उसके बाल कटे हुए थे और दाढ़ी-मूंछ नहीं थी।

आज की सुनवाई पर टिकी नजरें

आज की सुनवाई में कोर्ट SIT की रिपोर्ट के आधार पर कोई बड़ा फैसला सुना सकता है। इस मामले ने न केवल जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, बल्कि गैंगस्टरों की गतिविधियों और पुलिस की कार्यप्रणाली को भी कटघरे में खड़ा किया है। सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि कोर्ट इस मामले में क्या कदम उठाएगा।