तमिलनाडु का उच्छिष्ट गणपति मंदिर देश के सबसे रहस्यमय और दुर्लभ गणेश मंदिरों में से एक माना जाता है. यहां पूजा-पद्धति सामान्य गणेश मंदिरों से बिल्कुल अलग है. उच्छिष्ट गणपति को तांत्रिक परंपराओं का देवता माना जाता है और कहा जाता है कि इनकी कृपा से मनुष्य की गुप्त इच्छाएँ भी पूरी हो जाती हैं.

कहा जाता है कि यह मंदिर पूरे साल आम श्रद्धालुओं के लिए खुला नहीं रहता. केवल विशेष अवसरों और खास साधना काल में ही यहां पूजा करने का अवसर मिलता है. कई विद्वानों का मानना है कि यहां गणेश जी का यह रूप साधकों और तपस्वियों को शक्ति और ज्ञान प्रदान करता है.

इस गणपति मंदिर का वातावरण बेहद शांत और रहस्यमय माना जाता है. यहां की मान्यता यह भी है कि जो भी भक्त पूरी श्रद्धा और सच्चाई के साथ यहां आकर प्रार्थना करता है, उसकी कठिन से कठिन मनोकामना भी पूरी हो जाती है. मंदिर की मूर्ति सामान्य गणेश प्रतिमाओं से भिन्न है और इसे गुप्त ज्ञान और रहस्यों का प्रतीक माना जाता है.

यह मंदिर केवल आस्था का नहीं, बल्कि अद्भुत परंपरा और प्राचीन भारतीय साधना पद्धतियों का जीवंत उदाहरण है. यही वजह है कि यहां आने वाले लोग इसे जीवन का एक अद्भुत अनुभव मानते हैं.

कैसे पहुँचे

यह गणपति मंदिर तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले के पास स्थित है. चेन्नई से इसकी दूरी लगभग 150 किलोमीटर है. नजदीकी रेलवे स्टेशन कांचीपुरम और एयरपोर्ट चेन्नई है. सड़क मार्ग से यहां पहुंचना सबसे आसान है.