रामकुमार यादव, अंबिकापुर। मध्यान्ह भोजन में गुणवत्ताहीन भोजन खिलाकर छात्रों की सेहत के साथ खिलवाड़ के मामले जिले में थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. ऐसा ही गुणवत्ताहीन एवं मिलावट तेल खिलाने का एक मामला सामने आया है. जिले के ग्राम पंचायत रायकेरा केनापारा सीतापुर के शासकीय प्राथमिक शाला एवं माध्यमिक शाला में मध्यान्ह भोजन में जहरीले तेल का उपयोग पाया गया. जिसके विरोध में गांव वाले भी उतर आए हैं.
शासकीय प्राथमिक शाला एवं माध्यमिक शाला में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दुर्गावती कुशवाहा के द्वारा मध्यान्ह भोजन में गुणवत्ताहीन एवं जहरीले तेल मिलावट के साथ उपयोग में लाया जा रहा था. जिसका विरोध मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों ने किया है.
ग्राम पंचायत रायकेरा और केनापारा में चांद समूह द्वारा ग्राम पंचायत के आंगनबाड़ी में मध्यान भोजन का संचालन किया जाता है. समूह पैसा बचत करने के चक्कर में गुणवत्ताहीन तेल का उपयोग यहां धड़ल्ले से यहां किया जा रहा है.
जब गांव के ग्रामीणों का इस बात का पता चला तो गांव वालों ने इसका जमकर विरोध किया है. ऐसे ही शासकीय माध्यमिक शाला एवं शासकीय प्राथमिक पाठशाला में मध्यान्ह भोजन रसोईया, एवं संचालन कर्ता के द्वारा विद्यार्थियों को गुणवत्ताहीन तेल खिलाकर विद्यार्थियों के सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था. समूह के इस गुणवत्ताहीन कार्यो का प्रधान पाठक के द्वारा विरोध किया गया था. उसके बाद भी गुणवत्ताहीन तेल का इस्तेमाल किया जा रहा है. जिसके विरोध मे आज ग्रामीणों ने स्कूल पहुंच जमकर हंगामा किया है.
स्कूल की शिक्षिका सीता जांगड़े ने बताया कि हम लोगों ने खऱाब तेल के उपयोग का विरोध किया था उसके बाद भी रसोईयों ने सब्जी में गुणवत्ताहीन तेल का उपयोग किया.
वहीं खाना बनाने वाली रसोइया कसक मुनी ने बताया कि कल ही इस तेल का उपयोग किया गया है इसके पहले नहीं किय़ा गया है. हमें इस बारे में पता नहीं है. जो तेल आया उसी से खाना बना दिए.