विकास कुमार/ सहरसा। सदर थाना क्षेत्र के हटियागाछी स्थित रेलवे पटरी के बगल से गुरुवार को एक युवक का शव बरामद होने से इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस ने झाड़ियों से शव को बाहर निकाला और जांच शुरू की। शुरुआत में शव की पहचान नहीं हो सकी थी, लेकिन बाद में यह 37 वर्षीय रंजन कुमार गुप्ता, पिता दयानंद साह, निवासी गुदड़ी बाजार, उदाकिशुनगंज थाना, मधेपुरा के रूप में हुई।

परिजनों ने बताई पूरी घटना

घटना को लेकर मृतक के पतोहू बॉबी देवी ने बताया कि रंजन पंजाब में रहकर मजदूरी करता था। बीते सोमवार को वह अपने पतोहू के घर आया था और दो दिन वहीं रुका। बुधवार को उसने कहा कि वह घर जा रहा है क्योंकि बच्चे की तबीयत खराब है और उसे सहरसा लाकर इलाज करवाना है। इसके बाद से ही वह घर नहीं लौटा। गुरुवार की सुबह जब लोगों ने रेलवे पटरी किनारे एक शव मिलने की बात कही, तो परिजन मौके पर पहुंचे और शव की पहचान रंजन के रूप में की।

पुलिस ने शुरू की जांच

सूचना मिलते ही सदर थाना अध्यक्ष सुबोध कुमार और टीओपी-2 के प्रभारी सनोज वर्मा दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और घटना की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल मौत के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।

ग्रामीणों में दहशत और चर्चा

रेलवे पटरी किनारे शव मिलने से पूरे इलाके में दहशत फैल गई है। ग्रामीणों के बीच चर्चा है कि यह हत्या का मामला भी हो सकता है। वहीं परिजनों का कहना है कि रंजन किसी से दुश्मनी नहीं रखता था। ऐसे में उसकी रहस्यमयी मौत कई सवाल खड़े कर रही है।

पुलिस कर रही हर पहलू से जांच

पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा। फिलहाल मोबाइल लोकेशन और अंतिम समय में रंजन के संपर्क में आए लोगों से पूछताछ की जा रही है।

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