देहरादून. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने धराली में आई आपदा को लेकर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने धराली के पुनर्वास और पुनर्निर्माण को लेकर अपनी बात कही है. एक्स पर एक पोस्ट करते हुए पुर्नवास और पुनर्निर्माण की मांग की है. साथ ही आवागमन लम्बे समय तक बाधित रहने के कारण सभी किसानों को थोड़ा-थोड़ा नुकसान हुआ है, उन सबको भी प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर जोर दिया है.

हरीश रावत ने लिखा है कि ‘धराली की आपदा को अब 1 महीने होने जा रहा है, अब सभी कहना पड़ेगा! शव निकालने का काम अभी भी चल रहा है. लोगों को अपने प्रियजनों के शवों को निकाले जाने और अपने हाथों से उनकी अंतेष्टि करने की अभी आशा है. अब धराली में राहत के बाद पुनर्वास और पुनर्निर्माण की बात होनी चाहिए और राज्य को एक धराली मॉडल पुनर्वास और पुनर्निर्माण का खड़ा करना चाहिये. क्योंकि जिस तरीके की आपदा धराली में आई है. पहले रैणी में आई थी अब चिपड़ो थराली में भी आई है.’

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उन्होंने आगे लिखा कि ‘इसी तरीके की आपदा पाबो क्षेत्र में भी आई तो एक धराली पुनर्वास और पुनर्निर्माण का मॉडल बनाए जाने की आवश्यकता है और तत्काल जो हर्षिल के सेब के लिये खतरा पैदा गया है, उधर इन क्षेत्रों में राजमा, आलू, कई बरसाती सब्जी जैसे ककड़ी, कद्दू आदि पैदा होती हैं, आवागमन लम्बे समय तक बाधित रहने के कारण सभी किसानों को थोड़ा-थोड़ा नुकसान हुआ है, उन सबको भी प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है. ताकि वह सब्जियों के उत्पादन की तरफ भविष्य में भी टिके रहें.’