लखनऊ. योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने गोरखपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. जिसमें उन्होंने बीजेपी से नाराजगी जाहिर करते हुए गठबंधन तोड़ने की भी बात कही थी. इस बीच मंत्री ने रविवार को सीएम योगी से मुलाकात की. इस दौरान उनके साथ उनके बेटे पूर्व सांसद अमित निषाद भी मौजूद थे. दोनों के बीच हुई ये मुलाकात यूपी के सियासी गलियारे में चर्चा का विषय बन गई है. सूत्रों की मानें तो इस मुलाकात के दौरान संजय निषाद नेआरक्षण और बाढ़ में मछुआरों की समस्या पर चर्चा की है.

दरअसल, मंत्री संजय निषाद ने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा था कि अगर उसे लगता है कि सहयोगी दलों ने कोई लाभ नहीं पहुंचाया है तो वह गठबंधन तोड़ दे. ऐसी भी जानकारी है कि इस बयान के बाद संजय निषाद को उसी रात प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी का फोन आया और उन्होंने वादा किया कि दोनों दलों के बीच मतभेद सुलझा लिए जाएंगे. हालांकि निषाद पार्टी के नेताओं ने कहा कि उनके पार्टी प्रमुख की ये टिप्पणी भाजपा के छोटे सहयोगियों चाहे वे मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश में निषाद, राजभर या पटेल हों, या पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट के बीच बढ़ती दूरियों के कारण है.

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बता दें कि बीते 28 अगस्त को मंत्री निषाद ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से भी मुलाकात की थी. इस मुलाकात की चर्चा खत्म नहीं हुई थी कि अब सीएम से संजय की मुलाकात ने जोर पकड़ लिया है. हालांकि संजय निषाद ने डिप्टी सीएम से हुई मुलाकात को महज एक शिष्टाचार करार दिया था. उन्होंने एक्स पर मुलाकात की तस्वीर साझा करते हुए लिखा था कि ‘आज लखनऊ में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से शिष्टाचार भेंट कर प्रदेश की समृद्धि, विकास एवं जनहित से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर व्यापक चर्चा हुई. आज का नया उत्तर प्रदेश प्रगति पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है. संयुक्त प्रयास से हमें देश में अपने प्रदेश को हर क्षेत्र में नंबर एक पर लाना है.’