हेमंत शर्मा, रायपुर। शहरी नवाचार पर आधारित कार्यशाला में शामिल होने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहुंचे हैं. जहां उन्होंने कार्यशाला का शुभारंभ किया. साथ ही प्रदेश के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया और महापौर प्रमोद दुबे भी कार्यक्रम में मौजूद हैं..सम्मेलन में देश-विदेश के नगरीय निकायों के प्रमुख एक्सपर्ट शामिल हुए हैं.
शहर के सफाई कर्मचारियों का सीएम भूपेश बघेल ने सम्मान किया है. साथ ही देशभर में सफाई में उत्कृष्ट सेवा देने वाले लोगों का भी सम्मान किया गया है.लोगों से जुड़ी सुविधाओं के विस्तार के लिए विश्व भर में किये जा रहे नवाचारों पर कार्यशाला में यहां चर्चा होगी. कार्यशाला का आयोजन कर रहे इलेट्स ग्रुप के फाउंडर रवि गुप्ता भी कार्यशाला में मौजूद हैं.
रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मार्गदर्शन में यह आयोजन इलेट्स ग्रुप की ओर से किया जा रहा है. कार्यशाला में लोगों से जुड़ी सुविधाओं के विस्तार के लिए विश्व भर में किए जा रहे नवाचारों पर चर्चा की जाएगी. कार्यशाला में सम्मिलित होने के लिए जर्मनी, ट्यूनीशिया, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर तेलंगाना सहित कई जगह से एक्सपर्ट पहुंचे हैं.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पिछली सरकार द्वारा जल्दबाजी में राजधानी रायपुर की आधी चमक को 30 किलोमिटर दूर शिफ्ट कर दिया. लेकिन अब पछताने से क्या होगा, हमें जितना प्यार खेतों से है उतना ही शहरों से भी है. पूर्व पीएम राजीव गांधी ने जो अधिकार नगरीय निकायों को दिए थे. 15 साल में उसका ठीक से यहां पालन नहीं हुआ है. सफाई के लिए गांधी जयंती से एक दिन पहले 5 स्टार होटल के बाहर फोटो छपवा लेने से काम नहीं चलेगा. जरुरत इस बात की है कि ये प्लान हो कि लोगों को साफ पानी कैसे मिले. नलियों में कचरा नहीं फेंकना होगा. हमें ऐसी स्मार्ट सिटी चाहिए जहां कि जनता आधी जिन्दगी सडकों पर न गुजारे. शहरों में विकास के लिए कोई भी काम हो तो बेहतर प्लानिंग के साथ हो. हमें संकल्प लेने की जरुरत है कि प्लास्टिक न इस्तेमाल करें, कचरा नालियों में न फेंके, हमें इन कामों से सफलता तभी मिलेगी जब हम दिल से जुड़ेंगे.