चंडीगढ़ : चंडीगढ़ में लगातार बारिश के कारण हालत चिंताजनक होते जा रहे हैं। सुखना झील का जलस्तर 1163 फीट के खतरनाक निशान से ऊपर चला गया। हालात को देखते हुए प्रशासन ने बुधवार सुबह नौवीं बार 2 फ्लड गेट खोल दिए। पहला गेट सुबह 7:30 बजे और एक घंटे बाद दूसरा गेट खोला गया।
पंचकूला, मनीमाजरा से बापू धाम, शास्त्री नगर पुल तक पानी पहुंच गया, जिसके कारण लोगों का आना जाना बंद रहा। पानी के बढ़ते स्तर को देखते हुए लोगों से सुरक्षित स्थानों में रहने की अपील की गई है।
लगातार हालत हो रहे खराब
पंजाब में अधिकाश जगह पानी भर चुका है। बाढ़ के कारण लोगों का जीवन अस्तव्यस्त हो गया है। पटियाला की राव नदी में भी तेज बहाव के कारण नवांगराओं में टूटने का खतरा पैदा हो गया।

बठिंडा में गिरी घरों की छत
गत रात्रि बारिश के चलते मैहणा बस्ती की अलग-अलग गलियों में 4 मकानों की छतें गिर गईं, जिससे जानी नुकसान से बचाव रहा पर आर्थिक तौर पर लोगों को भारी नुकसान झेलना पड़ा। मनजीत कौर ने बताया कि अचानक उनके घर की छत गिर गई। कमरे में कोई न होने के कारण बचाव हो गया। एक अन्य पीड़ित संजीव सिंह ने बताया कि बारिश को न सहारते हुए उनके एक कमरे की छत अचानक गिर गई। दिव्यांग हरगोबिंद सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी भी दिव्यांग है जिसके कारण उनकी कमाई का कोई विशेष साधन नहीं है। ऐसे में छत गिरने से उनका भारी नुकसान हुआ है। इसकी तरह मैहणा बस्ती के एक अन्य घर में अकेली ही रही महिला छिंदर कौर के एक कमरे की छत भी गत राशि बारिश की भेंट चढ़ गई। छिंदर कौर ने बताया कि गत रात्रि घर वह घर पर नहीं थी, जिसके कारण उसकी जान बच गई।
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