सत्या राजपूत, रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग और गृहमंत्री के बीच इन दिनों तालमेल नहीं बैठ पा रहा है. इसके कई उदाहरण पहले भी आते रहे हैं. आज जो हुआ उससे यह सवाल उठने लगा है कि गृहमंत्री के अपने ही मंत्रालय में क्या कोई बखत नहीं रह गई है?  दरअसल पुलिस भर्ती मामले में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने डीजीपी डीएम अवस्थी को जमकर फटकार लगाते हुए जमकर अपनी नाराजगी जाहिर की. गृहमंत्री की यह नाराजगी यह गुस्सा पुलिस भर्ती परीक्षा को उनसे बिना पूछे रद्द किये जाने को लेकर है. जैसे ही यह बात गृहमंत्री को पता चली कि तत्कालीन रमन सरकार के कार्यकाल के दौरान निकाली गई 2259 पदों पर पुलिस आरक्षक की भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दी गई है तो उन्होंने तत्काल डीजीपी को फोन लगाया.

मंत्री साहू ने डीजीपी से यह पूछा कि क्या यह भर्ती परीक्षा रद्द की गई है? क्या इसकी जानकारी आप लोगों ने मुझ तक पहुंचाई थी? उन्होंने डीजीपी से सवाल किया कि भर्ती रद्द कर दी गई है तो परीक्षार्थियों के लिए विकल्प क्या है? गृहमंत्री इस कदर नाराज थे कि डीजीपी से जवाब देते नहीं बन रहा था. मंत्री के गुस्से को भांपकर दौड़ते भागते हुए ही डीएम अवस्थी ताम्रध्वज साहू के बंगले आ पहुंचे. इसके बाद काफी देर तक बंद कमरे में मंत्री और डीजीपी के बीच चर्चा होती रही.

आपको बता दें साल 2017 में 29 दिसंबर को विभाग की ओर से जिला पुलिस बल में 2259 आरक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया था. भाजपा शासनकाल के दौरान निकाली गई पुलिस भर्ती परीक्षा को लंबे समय तक लंबित रखने के बाद शनिवार को अचानक रद्द कर दी गई. इस भर्ती परीक्षा में 60 हजार से ज्यादा युवा बेरोजगार शामिल हुए थे लेकिन भर्ती का परीक्षा परिणाम जारी नहीं किया गया था. जिसे लेकर भाजपा ने भी प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और परीक्षार्थियों के साथ राज्यपाल के सामने उनके भविष्य को लेकर भी गुहार लगाई थी.