देहरादून. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शिक्षक दिवस पर नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में देश भर के शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए. जिसमें चंपावत जिले की महिला टीचर मंजूबाला को दिल्ली में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2025 से नवाजा गया. राष्ट्रपति ने कहा कि छात्रों का चरित्र निर्माण एक शिक्षक का प्राथमिक कर्तव्य है. उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे लड़कियों सहित उन सभी छात्रों पर विशेष ध्यान दें जो अपेक्षाकृत शर्मीले हैं या कम सुविधा प्राप्त पृष्ठभूमि से आते हैं.
बता दें कि मंजूबाला च्यूरानी प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापिका के पद पर तैनात हैं. वे शिक्षक होने के साथ अपनी जड़ों से भी जुड़ी हैं. मंजूबाला बच्चों को हिंदी, अंग्रेजी के साथ कुमाऊंनी भी सिखाती हैं. वे नियमित क्सासेस के साथ ही इवनिंग कक्षाएं भी चलाती हैं. मंजूबाला स्काउट एवं गाइड में भी अपना योगदान दे रही हैं.
इसे भी पढ़ें : शैलेश मटियानी राज्य शिक्षक पुरस्कार: CM धामी ने 16 शिक्षकों को किया सम्मानित, कहा- शिक्षा के बिना जीवन अधूरा
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार में एक प्रमाण पत्र दिया जाता है, जिसमें शिक्षक के योगदान को सराहा जाता है. साथ ही इसमें 50,000 रुपये का इनाम दिया जाता है. राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के तहत शिक्षक को एक मेडल भी दिया जाता है.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें