Rajasthan News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने आज अपना जन्मदिन राजस्थान के सांवलिया सेठ मंदिर में धार्मिक अनुष्ठान के साथ मनाया। इस दौरान उनके समर्थकों की भारी भीड़ मंदिर परिसर में मौजूद थी। पायलट ने एक सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश की मौजूदा स्थिति पर चिंता जताई और कांग्रेस की भविष्य की रणनीति पर जोर दिया। सचिन पायलट ने अपने संबोधन में कहा, “काले घने बादल हैं तो बारिश भी होगी, लेकिन बादल छंटने के बाद नया सवेरा आएगा।”

उन्होंने जीवन को संघर्ष का नाम बताते हुए कहा कि विपक्ष में होने पर उनकी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। पायलट ने युवाओं से नशे से दूर रहने की अपील की और केंद्र व राज्य सरकारों से हालात सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका मकसद कोई तस्वीर बनाना या तोड़ना नहीं, बल्कि सांवलिया सेठ के दरबार में आशीर्वाद लेना था। पायलट ने हाल की अतिवृष्टि और बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए तत्काल राहत और मुआवजे की मांग की।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पौने दो साल से सत्ता में है, लेकिन हालात जस के तस हैं। अफसरशाही हावी है और जनता के काम रुके हुए हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस जनता के लिए संघर्ष करती रहेगी, क्योंकि संघर्ष ही पार्टी की पहचान है।

36 कौम का आशीर्वाद हमारे साथ

सचिन पायलट ने दावा किया कि सवा तीन साल बाद कांग्रेस प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करेगी। उन्होंने कहा, “आज 36 कौम के लोगों ने मुझे आशीर्वाद दिया है। सांवलिया सेठ में आस्था रखने वाला हर व्यक्ति हमारे साथ है।” उन्होंने मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बाढ़ राहत, प्रशासन और अन्य मोर्चों पर सरकार पूरी तरह विफल रही है। पायलट ने वादा किया कि कांग्रेस सरकार को जनता के काम कराने के लिए मजबूर करेगी।

पायलट ने अपने संबोधन में कांग्रेस की राजनीति को संघर्ष और सेवा से जोड़ा। उन्होंने कहा कि पार्टी जनता के भरोसे पर खरी उतरती है और जनता की ताकत ही उसे भविष्य में सफलता दिलाएगी। उन्होंने मौजूदा सरकार पर लापरवाही और अफसरशाही को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। पायलट ने कहा, “सांवलिया सेठ की कृपा और 36 कौमों का आशीर्वाद हमारे साथ है। यह जनता की ताकत है, जो हमें सत्ता में लाएगी और बदलाव लाएगी।”

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