अलीगढ़. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को अपना ये विकास देखना चाहिए. विकास ऐसा कि अस्पताल की लापरवाही की वजह से मरीज की मौत हो गई. इतना ही नहीं लाश को ले जाने के लिए स्ट्रेचर तक नहीं मिला. ऐसें में बेटा अपने पिता की लाश को गोदी में उठाकर अस्पताल के बाहर खड़ी एंबुलेंस तक ले गया. इस मामले ने न सिर्फ सरकार के झूठे दावों की पोल खोली है, बल्कि पूरे स्वास्थ्य व्यवस्था के बीमार होने की तस्वीर सामने लाई है. ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि मंत्री ब्रजेश पाठक अपने ‘बीमारू’ सिस्टम का इलाज कब करेंगे? या सिर्फ दावा ही करेंंगे?

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बता दें कि पूरा मामला पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल का है. ग्राम पंचायत बरला के निवासी संजय शर्मा (42) का कुछ दिनों पहले हार्निया का ऑपरेशन हुआ था. ऑपरेशन के कुछ दिनों तक संजय शर्मा की तबियत ठीक रही.वहीं कुछ दिनों बाद पेट में दर्द हुआ तो परिजन उन्हें इलाज के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल ले गए. जहां डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड कराने के लिए कहा. जिसके बाद परिजन उन्हें अल्ट्रासाउंड के लिए लेकर गए. जहां लंबी लाइन होने की वजह से परिजनों ने चिकित्सक से कई बार तबियत बिगड़ने का हवाला देकर अल्ट्रासाउंड करने के लिए कहा, लेकिन चिकित्सक ने साफ इंकार कर दिया.

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वहीं इस दौरान संजय शर्मा तबीयत बिगड़ गई और कुछ ही देर में मौत हो गई. मौत के बाद परिजन भड़क उठे और अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया. परिजनों का कहना है कि अगर समय पर इलाज किया जाता तो जान बच जाती. मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में बॉडी ले जाने के लिए स्ट्रेचर खोजा, लेकिन उन्हें कहीं नहीं मिला. जिसके बाद बेटा अपनी पिता के शव को गोदी में उठाकर ले गया. वहीं मामला सामने आने के बाद सीएमएस पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल ने कहा, मामले की जांच कराई जाएगी. जिसके लिए कमेटी गठित कर दी गई है.