देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उनका कहना है कि भारतीय जनता पार्टी के अंदर मुख्यमंत्री का चुनाव एक पर्ची खोल करके होता है और पर्ची सुना है नागपुर से आती है। यह है कौन? जो पहली बार विधायक चुने जाते हैं, वह भी मुख्यमंत्री बन जाता है।

पर्ची सुना है नागपुर से आती है।

हरीश रावत ने कहा कि भाजपा में मुख्यमंत्री का चुनाव बहुमत के आधार पर होता है! फैक्ट चेक के लिए भगत सिंह कोश्यारी के पास जाया जा सकता है। पूरी दुनिया ने देखा है कि भारतीय जनता पार्टी के अंदर मुख्यमंत्री का चुनाव एक पर्ची खोल करके होता है और पर्ची सुना है नागपुर से आती है। नागपुर के संदेश पर ही राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर प्रांतीय अध्यक्ष तक का चुनाव होता है।

READ MORE: आपदा से हुए नुकसान का भारत सरकार की टीम ने किया आंकलन, जानिए नैनीताल में कुदरत के कहर से कितने करोड़ हुए बर्बाद…

हरीश रावत ने आगे कहा कि सूप तो सूप छलनी भी बोली जिसमें बहत्तर छेद” मैं बताते चलूं कि मुझे तो 2002 में इतना सम्मान दिया गया कि निर्णय करने से पहले परामर्श किया गया या बता दिया गया। भाजपा के अंदर तो लोग जो मुख्यमंत्री पद का दावेदार होता है उसी से पर्ची खुलवाते हैं और पर्ची खोलने के बाद वह अपने चारों तरफ देखता है, यह है कौन? जो पहली बार विधायक चुने जाते हैं, वह भी मुख्यमंत्री बन जाता है।

READ MORE: CM धामी ने नेपाल के राजनैतिक हालातों के मद्देनजर की आपात बैठक: अफसरों को दिए कड़े निर्देश, कहा- किसी भी प्रकार की संदिग्ध…

पूर्व सीएम ने हरीश रावत ने कहा कि जो कभी राज्यमंत्री भी नहीं रहे होते हैं वह भी मुख्यमंत्री बन जाते हैं। चाहे उसका दुष्परिणाम राज्य की गवर्नेंस को भुगतना पड़े।