Pitru Paksha Mela Gaya 2025: हर साल की तरह इस बार भी गया में पितृपक्ष का बड़ा मेला शुरू हो गया है. देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध और पिंडदान करने यहां पहुंच रहे हैं. प्रशासन ने इस बार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नई व्यवस्थाएं की हैं, जिससे यात्रा पहले से अधिक सहज और सुरक्षित हो सके.
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यात्रा और बुकिंग किस तरह करें (Pitru Paksha Mela Gaya 2025)
गया पहुंचने से पहले बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम या अनुभवी तीर्थ एजेंसियों से पिंडदान की अग्रिम बुकिंग कराना सबसे बेहतर तरीका माना जा रहा है. शहर में आने पर श्रद्धालुओं के ठहरने, भोजन और अनुष्ठान की पूरी व्यवस्था गांधी मैदान, सरकारी विश्राम गृहों और आधुनिक टेंट सिटी में की गई है.
सुविधाएं और इंतजाम (Pitru Paksha Mela Gaya 2025)
गांधी मैदान में 2500 लोगों की क्षमता वाली आधुनिक टेंट सिटी बनाई गई है, जिसमें गद्दे, चादर, वातानुकूलित पंडाल, शौचालय, पीने का पानी, बिजली, सुरक्षा और सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसी सुविधाएं मौजूद हैं. इसके अलावा, 64 सरकारी आवासों में 18,000 श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क आवास और भोजन का इंतजाम है. गंगाजल, स्वच्छता, चिकित्सा और सुरक्षा की टीम लगातार निगरानी में रहती है.
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पिंडदान प्रक्रिया (Pitru Paksha Mela Gaya 2025)
श्रद्धालु विष्णुपद मंदिर, फल्गु नदी और पिंड वेदियों जैसे पारंपरिक स्थलों पर पिंडदान कर सकते हैं. इसके लिए स्थानीय पुरोहितों से संपर्क करना जरूरी है. भीड़ नियंत्रण और आसान पहुंच के लिए शटल सेवा, मार्गदर्शक और हेल्प डेस्क भी तैनात किए गए हैं. 450 शिक्षक और स्वयंसेवक हर जगह श्रद्धालुओं की मदद कर रहे हैं.
ई-पिंडदान की सुविधा (Pitru Paksha Mela Gaya 2025)
जो लोग व्यक्तिगत रूप से गया नहीं पहुंच सकते, उनके लिए ऑनलाइन ई-पिंडदान की सुविधा शुरू की गई है. बिहार पर्यटन निगम की वेबसाइट पर बुकिंग करके घर बैठे पूर्वजों के लिए श्राद्ध और पिंडदान कराया जा सकता है.
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