Naresh Meena on Dungri Dam: थप्पड़ कांड के बाद सुर्खियों में आए नरेश मीणा बुधवार को सवाई माधोपुर दौरे पर पहुंचे. बड़ागांव और भदरोती कस्बे में लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया. इस दौरान डूंगरी बांध का विरोध कर रहे ग्रामीणों ने भी उनसे मुलाकात की.

मीणा ने कहा कि सरकार डूंगरी बांध बनाना चाहती है, जबकि स्थानीय लोग इसके खिलाफ हैं. उन्होंने ग्रामीणों से कहा, पहले आप राज्य की दोनों बड़ी पार्टियों के नेताओं से मिलकर बात करें. अगर वहां से समाधान नहीं निकलता तो मुझे बुलाएं, मैं जरूर आऊंगा.

गोली भी खानी पड़ी तो पहले मैं खाऊंगा

मीणा ने साफ कहा कि डूंगरी बांध के नाम पर वह एक ईंट तक नहीं लगने देंगे. उन्होंने कहा कि अगर विरोध के दौरान पुलिस की गोली भी चलती है तो सबसे पहले वे खुद उसे खाने के लिए तैयार हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तीखे हमले किए और कहा कि कोई भी ताकत बांध को बनने नहीं दे पाएगी.

भाजपा सरकार पर निशाना

सवाई माधोपुर के कई गांवों में स्वागत के बाद नरेश मीणा बनोटा गांव के एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी शामिल हुए. यहां उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा राज में दलितों पर अत्याचार लगातार बढ़ रहे हैं और कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है.

गाजा से की तुलना

डूंगरी बांध का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अगर यह बांध बनता है तो सैकड़ों गांव उसी तरह उजड़ जाएंगे जैसे गाजा में फिलिस्तीनियों को उजाड़ा गया. उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि उनके रहते यह प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ेगा, लेकिन इसके लिए उन्हें जनता के सहयोग की जरूरत होगी.

21 सितंबर को महापंचायत

मीणा ने घोषणा की कि वह 21 सितंबर को चकेरी गांव में होने वाली महापंचायत में शामिल होंगे और लोगों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में वहां पहुंचकर सरकार को चुनौती देने की अपील की.

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