अभिषेक सेमर, तखतपुर। तखतपुर जनपद पंचायत में अधिकारियों और कर्मचारियों के कार्यालय आने-जाने के मनमाने रवैये का मामला तब उजागर हुआ जब जनपद पंचायत अध्यक्ष माधवी संतोष वस्त्रकार ने जनपद कार्यालय की मनरेगा शाखा का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कार्यक्रम अधिकारी सहित आधे से अधिक कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए, जिससे कार्यालय में कार्य सुचारू रूप से नहीं चल पा रहा था।

अध्यक्ष ने निरीक्षण के दौरान सीईओ सत्यव्रत तिवारी से टेलीफोनिक जानकारी ली, लेकिन कर्मचारियों की अनुपस्थिति को लेकर तीन अलग-अलग जानकारी सामने आई। कार्यक्रम अधिकारी विकास जायसवाल के बारे में कर्मचारियों ने बताया कि वे जिला पंचायत में मीटिंग में हैं, जबकि खुद विकास जायसवाल ने कहा कि वे स्वास्थ्य खराब होने के कारण घर पर हैं। वहीं सीईओ ने बताया कि विकास छुट्टी लेकर पत्थलगांव जा रहे हैं। इस तरह एक ही कर्मचारी के लिए तीन अलग-अलग स्थितियां बताई गईं।
अध्यक्ष ने बायोमेट्रिक मशीन लगाने के दिए निर्देश

निरीक्षण के दौरान यह भी सामने आया कि कर्मचारी आपसी सांठगांठ से छुट्टी या अनुपस्थिति की जानकारी छुपाते हैं और कार्यालय में मनमाने तरीके से आते-जाते हैं। इस पर अध्यक्ष माधवी संतोष वस्त्रकार काफी नाराज़ हुईं। उन्होंने सीईओ सत्यव्रत तिवारी को निर्देश दिया कि इस महीने के भीतर कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए बायोमेट्रिक मशीन लगाई जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि तय समय तक मशीन नहीं लगाई जाती है तो उच्च कार्यालय से हस्तक्षेप कर बायोमेट्रिक मशीन लगवाई जाएगी।
अध्यक्ष ने कहा कि तखतपुर क्षेत्र के ग्रामीण दूर-दराज से अपने मूलभूत कार्य जैसे आवास, पेंशन, राशनकार्ड और शासकीय योजनाओं की जानकारी लेने कार्यालय आते हैं। लेकिन कर्मचारियों की लगातार अनुपस्थिति के कारण उनका काम समय पर नहीं हो पाता और उन्हें बार-बार लौटना पड़ता है। इस वजह से ग्रामीणों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ता है और भ्रष्टाचार बढ़ता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जनपद पंचायत के सभी कर्मचारियों को समय पर कार्यालय आना और पूरे समय काम करना अनिवार्य होगा।
निरीक्षण के दौरान यह भी देखा गया कि आवास शाखा के अधिकारी और कर्मचारी एसी की ठंडी हवा में दरवाजा बंद करके काम कर रहे थे, जिससे हितग्राही अपने समस्या समाधान के लिए लौट जाते थे। अध्यक्ष ने तत्काल हेल्पडेस्क स्थापित करने का निर्देश दिया ताकि ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान सुचारू रूप से हो सके।
सिर्फ एक महिला तकनीकी सहायक कार्यालय में थीं मौजूद

निरीक्षण में सहायक इंजीनियर और तकनीकी सहायक के बारे में जानकारी लेने पर पता चला कि अधिकांश इंजीनियर कार्यालय में अनुपस्थित थे। केवल एक महिला तकनीकी सहायक निरीक्षण के दौरान कार्यालय में मौजूद पाई गई।
अध्यक्ष माधवी संतोष वस्त्रकार ने कहा कि कार्यकाल में कर्मचारियों की समय पर उपस्थिति और पूरे समय कार्य सुनिश्चित करने के लिए सख्त व्यवस्थाएँ बनाई जाएँगी। साथ ही अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की शिकायत बिलासपुर कलेक्टर संजय अग्रवाल और जिला पंचायत सीईओ से कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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