रायपुर/बिलासपुर. बस्तर संभाग के कोंडागांव में 6.51 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित अंतरराज्यीय बस स्टैंड को आखिरकार जनता के लिए खोल दिया गया है. लंबे समय से बदहाल और असामाजिक तत्वों का अड्डा बने इस परिसर को लेकर छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के सख्त रुख के बाद शासन ने सुधार कार्य पूरे कर इसे चालू किया.


गुरुवार को चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा और जस्टिस बी.डी. गुरु की डिवीजन बेंच में हुई सुनवाई में सरकार ने बताया कि बस स्टैंड की स्थिति अब पूरी तरह बदल चुकी है. पहले इस बस स्टैंड का निर्माण तो पूरा हो गया था, लेकिन बसों का संचालन नहीं हो रहा था. परिसर में असामाजिक तत्वों का कब्जा था और सभी दुकानें बंद पड़ी थीं, जिससे व्यापार शुरू नहीं हो पा रहा था.
हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए शासन और नगर पालिका से जवाब मांगा था. अब बस स्टैंड पर नियमित बस संचालन शुरू हो गया है और यात्रियों की आवाजाही बढ़ी है. पुलिस ने असामाजिक गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए सख्ती बरती है.
सुरक्षा के लिए परिसर में 9 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और पुलिस बल तैनात किया गया है. नगर पालिका ने सभी दुकानों का आवंटन भी पूरा कर लिया है. नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव ने शपथ पत्र के जरिए कोर्ट को यह जानकारी दी.
डिवीजन बेंच ने संतोष जताते हुए कहा कि यह खुशी की बात है कि बस स्टैंड अब यात्रियों के लिए उपयोगी हो रहा है. हालांकि, कोर्ट ने स्पष्ट किया कि वह इसकी निगरानी जारी रखेगा. अगली सुनवाई अक्टूबर 2025 में होगी.