India-US Trade Deal: भारत और अमेरिका के बीच व्यापार को लेकर लंबे समय से तनाव बना हुआ है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जब से दूसरी बार सत्ता में आए हैं, तब से उन्होंने भारत को लेकर कई बार आक्रामक रुख अपनाया है. याद कीजिए, यही ट्रंप थे जिनके स्वागत में भारत में ‘नमस्ते ट्रंप’ जैसा ऐतिहासिक आयोजन हुआ था. उस समय दोनों देशों की दोस्ती का नया अध्याय लिखा जा रहा था, लेकिन सत्ता में वापसी के बाद उनका नजरिया बदल गया. उन्होंने भारत को कई बार “टैरिफ किंग” कहकर कटाक्ष किया और कड़े शुल्क लगा दिए.

Also Read This: पीएम मोदी के जन्मदिन पर ‘हाइड्रोजन बम’ फोड़ सकते हैं राहुल गांधी; Modi के संसदीय क्षेत्र बनारस में करेंगे सत्ता हिलाने वाला खुलासा?

India-US Trade Deal
India-US Trade Deal

रूस से तेल खरीद और टैरिफ विवाद

ट्रंप प्रशासन ने रूस से भारत द्वारा तेल खरीदने को लेकर आपत्ति जताई. इसके आधार पर अमेरिका ने भारत पर 25% बेसिक टैरिफ के साथ-साथ 25% अतिरिक्त टैक्स, यानी कुल 50% टैरिफ लागू कर दिया. इससे दोनों देशों के बीच संबंधों में खिंचाव और बढ़ गया. हालांकि, अब हालात बदलते नजर आ रहे हैं. कई महीनों से अटकी पड़ी भारत-अमेरिका ट्रेड डील को लेकर सकारात्मक संकेत मिलने शुरू हो गए हैं.

Also Read This: अगस्त में रिटेल महंगाई बढ़ने के आसार, क्यों बढ़ी RBI की टेंशन?

सर्जियो गोर का बयान और नई उम्मीद

भारत में अमेरिका के नए राजदूत बनने जा रहे सर्जियो गोर ने हाल ही में बयान दिया कि अमेरिका भारत के साथ एक मजबूत व्यापारिक साझेदारी चाहता है. उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच ट्रेड डील को लेकर बातचीत चल रही है और जल्द ही ठोस नतीजे निकल सकते हैं. हालांकि, उन्होंने साफ किया कि रूस से तेल आयात अमेरिका की सबसे बड़ी चिंता बनी हुई है. उनके अनुसार, अगर भारत इस पर पुनर्विचार करता है, तो डील का रास्ता आसान हो जाएगा.

मोदी-ट्रंप की दोस्ती और संभावनाएं

गोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की निजी दोस्ती को बेहद मजबूत बताया. उनका कहना था कि ट्रंप जब भी अन्य देशों की आलोचना करते हैं, वहां के नेताओं पर कटाक्ष करते हैं. लेकिन भारत को लेकर हमेशा मोदी की तारीफ करने में आगे रहते हैं. यही कारण है कि वे मानते हैं कि दोनों नेताओं की समझदारी इस विवाद को खत्म कर सकती है.

Also Read This: अमेरिका में भारतीय मूल के युवक का सिर कलमः पत्नी-बेटे के सामने युवक का सिर धड़ से अलग कर दिया; दो बार लात मारने के बाद कूड़ेदान में फेंका, नृशंस हत्या से मचा हड़कंप, देखें वीडियो

क्या ट्रेड डील पर लगेगी मुहर?

स्थिति अभी भी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है. अमेरिका ने भारत को भारी-भरकम टैरिफ से दबाव में रखा है, वहीं दूसरी ओर वह डील को लेकर नरमी दिखा रहा है. भारत ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया है कि वह रूस से तेल आयात बंद नहीं करेगा.

ऐसे में असली सवाल यह है कि क्या अमेरिका इस मुद्दे को नजरअंदाज कर ट्रेड डील पर हस्ताक्षर करेगा, या फिर यह मामला एक बार फिर अटक जाएगा. फिलहाल, सभी की निगाहें ट्रंप प्रशासन और भारत सरकार की अगली बातचीत पर टिकी हैं.

Also Read This: कांग्रेस MLA विनेश फोगाट पर सरपंच का फूटा गुस्सा, कहा-100 से ज्यादा कॉल्स किए लेकिन एक नहीं उठाया