पटना। जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती शुक्रवार को पटना के महावीर मंदिर पहुंचे जहां उन्होंने बीजेपी पर गोरक्षा को लेकर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी वास्तव में गोरक्षक होती तो उनके शासनकाल में कत्लखानों की संख्या में इजाफा नहीं होता और मांस निर्यात नहीं बढ़ता। शंकराचार्य ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा प्रधानमंत्री गाय के पक्ष में हैं या विपक्ष में यह खुद उन्हें तय करना चाहिए गोरक्षकों के बीच में जाते हैं तो खुद को गोभक्त दिखाते हैं, लेकिन गोविरोधियों के सामने मांस निर्यात के आंकड़े पेश करते हैं ऐसा भ्रम फैलाना ठीक नहीं है।

हर विधानसभा सीट से गो माता के नाम पर निर्दलीय उम्मीदवार

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि बिहार की हर विधानसभा सीट से गो माता के नाम पर एक-एक उम्मीदवार उतारे जाएंगे जो निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी कोई राजनीतिक पार्टी नहीं है यह पहल सिर्फ राजनीतिक दलों पर दबाव बनाने के लिए की जा रही है ताकि वे गोरक्षा को लेकर गंभीर हों। हम कोई पार्टी नहीं बना रहे हैं न बनाना चाहते हैं। लेकिन जब तक वोट नहीं कटेगा तब तक पार्टियां गोरक्षा पर ध्यान नहीं देंगी।

उम्मीदवारों के नाम चुनाव तक रहेंगे गोपनीय

शंकराचार्य ने बताया कि उनके उम्मीदवारों के नाम अभी सार्वजनिक नहीं किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पहले भी जब उन्होंने उम्मीदवार उतारा था (जैसे वाराणसी) में उन्हें प्रशासनिक रूप से परेशान किया गया था। इसलिए अब उम्मीदवारों का नाम नामांकन के बाद ही बताया जाएगा।

हर पार्टी ने गोभक्तों को धोखा दिया है

शंकराचार्य का आरोप है कि बीजेपी सहित सभी दलों ने गोरक्षा को लेकर सिर्फ आश्वासन दिए लेकिन व्यवहार में कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि वह खुद कई पार्टियों के दफ्तर गए और पूछा कि आप गाय के पक्ष में हैं या नहीं? लेकिन किसी ने स्पष्ट जवाब नहीं दिया।

सीतामढ़ी से कल से शुरू होगी गोरक्षा संकल्प यात्रा

उन्होंने बताया कि कल से गोरक्षा संकल्प यात्रा शुरू की जाएगी। इसकी शुरुआत सीतामढ़ी में जानकी मंदिर से पूजा-अर्चना के बाद की जाएगी। इस अभियान का उद्देश्य है लोगों को गोरक्षा के मुद्दे पर जागरूक करना और राजनीतिक दबाव बनाना।

महावीर मंदिर में किया पद्मश्री किशोर कुणाल की प्रतिमा का अनावरण

पटना आगमन का उद्देश्य महावीर मंदिर परिसर में पद्मश्री सम्मानित आचार्य किशोर कुणाल की प्रतिमा का अनावरण था। इस अवसर पर धार्मिक और सामाजिक संगठनों के कई प्रमुख लोग भी मौजूद रहे।