पुरषोत्तम पात्र, गरियाबंद। सुपेबेड़ा के किडनी पीड़ित मरीजों का हाल जानने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव यहां पहुंचे हैं. आज पीड़ितों से स्वास्थ्य मंत्री ने सीधा सवांद किया. ग्रामीणों से स्वास्थ्य मंत्री ने खुलकर बात की है. मंत्री टीएस सिंहदेव ने पीड़ित ग्राम सुपेबेड़ा में एक नियमित चिकित्सक की तैनाती, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं डायलिसीस मशीन के लिए एक विशेषज्ञ नियुक्त करने का एलान किया. इसके साथ ही मंत्री टीएस सिंहदेव बोले, मानता हूं हमारी व्यवस्था में कमी हुई पर पहले से बेहतर है.
सरकार बनने के बाद दूसरी बार पीड़ितों से मिलने सुपेबेड़ा पहंचे स्वास्थ्य मंत्री ने सीधा सवांद किया. निर्धारित समय से 20 मिनट पहले पहुंचकर लोगों का हालचाल जाना. उन्होंने ग्रामीणों से बात कर कहा कि यंहा के लोग कालाहांडी व आंध्रा पहुंच कर इलाज करा रहे हैं पर सरकारी उपलब्ध सुविधा का लाभ नही ले रहे हैं. मंत्री ने माना की कुछ कमियां है पर पहले से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं.
उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि पीड़ित सीधे सरकारी अस्पताल पहुंचे. विधिवत स्थानीय सेंटर से रेफर की प्रक्रिया पूरी कर आएं. स्वास्थ्य मंत्री बोले कि डीकेएस में कोई कमी न हो इस बात का ध्यान रखने आप लोगों के बीच से एक युवक को वहां नियुक्त किया गया है.
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के साथ एम्स के डायरेक्टर नितिन नागरकर, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं नीरज बंसोड़ भी साथ मे थे. जो सूपेबेडा के लिए किए जा रहे विभागीय प्रयास को बताया, डायरेक्टर ने कहा कि ऐसा लक्षण केवल सुपेबेड़ा में नही बल्कि महासमुंद इलाके में भी ऐसा मामला सामने आया है. लेकिन वो लोग बकायदा राजधानी पहुंच सरकारी इलाज करवा रहे हैं. और उन्हें इसका फायदा भी मिल रहा है.
मंत्री टीएस सिंहदेव ने पीड़ित ग्राम सुपेबेड़ा में एक नियमित चिकित्सक की तौनाती ,प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं डायलिसीस मशीन के लिए एक विशेषज्ञ नियुक्त करने का एलान किया. बताया कि अगली बारिश के पहले सुपेबेड़ा एवं आसपास के ग्रामीणों को तेल नदी का पानी जल्द मिल जाएगा. ग्रामीणों की मांग पर पंचायत भवन की स्वीकृति कर अफसरों से कहा कि शीघ्र भवन बन जाना चाहिए नही तो अगली बार नही आ सकूंगा.