Bilaspur News, सिरगिट्टी। निगम क्षेत्र सिरगिट्टी के वार्ड क्रमांक 11 नयापारा संतोषी मंदिर के पास 50 वर्ष पूर्व बनी पानी टंकी जर्जर हो चुकी है. बीते 12 साल से इसका कोई उपयोग नहीं हो रहा है. यह टंकी रहवासी इलाके में बनी है. इसका मलबा अपने आप टूटकर गिरता रहता है, इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. स्थानीय लोगों ने बताया कि टंकी पूरी तरह बेकार हो चुकी है. इसे जल्द से जल्द तोड़ना जरूरी है, नहीं तो किसी दिन गंभीर दुर्घटना हो सकती है.
लोगों ने बताया कि शादी या खुशी के मौके पर जब टंकी के पास पटाखे फोड़े जाते हैं, तब भी इसका मलबा टूटकर गिरता है. टंकी से लगे मंदिर व वरिष्ठ नागरिक भवन के साथ ही स्कूल व कई मकानें हैं, यहां हर समय लोगों की चहल-पहल रहती है. हर समय बच्चे भी यहां खेलते रहते हैं वार्डवासी सहित पार्षद लगातार निगम प्रशासन से इसे हटाने की मांग कर रहे हैं, परन्तु अभी तक जर्जर पानी टंकी को जमींदोज नहीं किया गया हैस जिसके चलते लोगों में हर समय भय का माहौल बना रहता है.

एग्रीस्टैक पंजीयन ने पकड़ी रफ्तार
बिलासपुर। केंद्र सरकार ने किसानों को तकनीक से जोड़ने की बड़ी पहल की है. एग्रीस्टैक नामक इस योजना के तहत अब हर किसान की डिजिटल आईडी बनाने के लिए पंजीयन किया जा रहा है. जिसमें उसकी जमीन, फसल और खेती से जुड़ी सभी जानकारी दर्ज होगी. इस डिजिटल प्लेटफॉर्म में उपग्रह चित्र, राजस्व रिकॉर्ड और फसल संबंधी आंकड़े शामिल किए जाएंगे.
जिले में एगस्टैक पंजीयन की गति कई हफ्तों से अटकी हुई थी. किसानों को संयुक्त खाते, 2023 के बाद का रिकॉर्ड पंजीयन न होना, फौती नामांतरण, दो ग्रामों में जमीन का होना और नगरीय क्षेत्र का रकबा पंजीयन न होने जैसी दिक्कतों से गुजरना पड़ रहा था. इन तकनीकी और राजस्व संबंधी अड़चनों के कारण पंजीयन की संख्या 23 हजार पर ठहर गई थी. हालांकि, पंजीयन ने नई रफ्तार पकड़ ली. बीते तीन से चार दिनों में ही 23 हजार का आंकड़ा घटकर 17 हजार रह गया है. 31 अक्टूबर तक शत-प्रतिशत पंजीयन का दावा किया गया है.
विभागीय अफसरों की मानें तो एग्रीस्टैक पंजीयन न केवल कृषि योजनाओं का लाभ लेने का आधार है, बल्कि आने वाले खरीफ और रबी सीजन में सरकारी सहायता और सब्सिडी प्राप्त करने के लिए भी यह बेहद जरूरी है. किसानों को बार- बार दस्तावेज दिखाने की जरूरत नही पड़ेगी. पारदर्शिता बढ़ेगी और फर्जीवाड़े पर लगाम कसेगी.
कर्मचारी संघ तीन सूत्री मांगों को लेकर 16 को देंगे धरना
मुंगेली। आदिमजाति कल्याण विभाग कर्मचारी संघ के पदाधिकारी एवं सदस्य तीन सूत्री मांगों को लेकर 16 सितंबर से एक दिवसीय धरना देंगे. इसकी तैयारी की जा रही है. प्रदेश भर के कर्मचारी संचनालय का घेराव करेंगे. संघ के पदाधिकारियों ने बताया प्रदर्शन के बाद भी कर्मचारी संघ की मांग पूरी नहीं होती है तो आने वाले दिनों में अनिश्चितकालीन हड़ताल करने के लिए बाध्य होंगे.
संघ के जिलाध्यक्ष रमेश साहू नें बताया कि तीन सूत्री मांग को लेकर प्रदेश भर के कर्मचारी धरना स्थल पर प्रदर्शन करने के साथ ही संचनालय का घेराव करेंगे. उनकी तीन सूत्री मांगों में विभाग द्वारा संचालित छात्रावास, आश्रमों में आकास्मिक निधि के स्वीकृत पदों के विरूद्ध कार्यरत दैनिक वेतनभोगी सहायक आयुक्त द्वारा मौखिक, कलेक्टर दर, मासिक वेतन पर कार्यरत समस्त कर्मचारियों के लिए नियमों का शिथिलीकरण कर समायोजन युक्तीयुक्तकरण करने के लिए संचालित छात्रावास, आश्रमों में आकास्मिक निधि से नियमित वेतन प्राप्त करने वाले कर्मचारी वर्ष 2008-09 एवं सीधी भर्ती के माध्यम से नियुक्त कर्मचारियों को नियमित स्थाई पद पर परिवर्तन करने छात्रावास, आश्रमों के पद को नियमित पद करने के लिए छात्रावास, इसी प्रकार से आश्रमों में सहायक ग्रेड तीन के समकक्ष वेतनमान पर नवीन पद सृजित कर पदोन्नत करने के लिए शामिल है.
पांच दिवसीय गरबा महोत्सव 25 से
मुंगेली। रोट्रेक्ट क्लब ऑफ मुंगेली द्वारा नवरात्र के अवसर पर लगातार 22 वर्षों से गरबा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में 25 सितंबर से 30 सितंबर तक आयोजन किया जाएगा. कार्यक्रम के पूर्व गरबा ट्रेनिंग कैंप का आयोजन 14 सितंबर से 21 सितंबर तक आठ दिवसीय कैंप दोपहर दो बजे से पांच बजे तक कंवरलाल बैद नया ओसवाल भवन मुंगेली में किया जा रहा है.
इसमें बिलासपुर के प्रसिद्ध नायडू डांस अकादमी के संचालक हरि नायडू द्वारा बालिका एवं महिलाओं को गरबा ट्रेनिंग प्रदान किया जाएगा. रोट्रेक्ट गरबा महोत्सव के प्रभारी रविंद्रर छाबड़ा ने बताया कि 13 साल से ऊपर की बालिका एवं महिलाओं को गरबा ट्रेनिंग कैंप में गरबा के नए-नए स्टेप्स सिखाए जाएंगे एवं मुंगेली क्षेत्र की बालिका, महिलाओं से अपील की गई इस कैंप में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर गरबा के नए स्टेप सीखे. स्थान सीमित तथा भीड़ से बचने के लिए पूर्व में पंजीयन अवश्य कर लें. कार्यक्रम को सफल बनाने में क्लब के अध्यक्ष विकास जैन, सचिव निलेश केशरवानी, कार्यक्रम प्रभारी रविंद्र छाबड़ा, दिनेश गोयल, रामशरण यादव, कमल कोठारी, संदीप चोपड़ा, रितेश अग्रवाल, राजू श्रीवास्तव, गिरीश सुथार, श्रेणिक पारख, धीरज जैन, नितेश ठाकुर, दीपक कोटडिया, विनय लूनिया, संजीव जैन, मनीष वाधवा, अनीस सोनी, कैलाश देवांगन, राहुल वधवा सदस्य जुटे हुए हैं.
अवैध वसूली पर एसडीओपी ने सौंपी जांच रिपोर्ट
बिलासपुर। रतनपुर क्षेत्र के रानीगांव स्थित ढाबा संचालक महिला की शिकायत पर एसडीओपी ने जांच पूरी कर ली है. महिला के बयान और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की गई जांच रिपोर्ट आइजी कार्यालय में सौंप दी गई है. जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
रतनपुर क्षेत्र के रानीगांव में रहने वाली चंद्रलेखा बरगाह ने आइजी कार्यालय में अवैध वसूली की शिकायत की थी. महिला ने बताया कि 28 अगस्त की रात उनके ढाबे में मदनपुर का सचिव संतोष तिवारी अपने साथियों को लेकर आया था. उसने ढाबा संचालक से तीन लाख की मांग की. उसने अपने साथ जनपद सीईओ के होने की बात भी कही. उसने सड़क किनारे कार में बैठे व्यक्ति से ढाबा संचालक महिला को मिलाते हुए जनपद का सीईओ बताया था. सचिव ने ढाबा संचालक महिला से एक लाख 30 हजार ले लिए. महिला की शिकायत पर आइजी ने मामले की जांच का जिम्मा कोटा एसडीओपी नुपूर उपाध्याय को सौंपा. कोटा एसडीओपी नुपूर उपाध्याय दो सितंबर की दोपहर ढाबे में पहुंची.
उन्होंने ढाबे से सीसीटीवी कैमरे का फुटेज लिया. साथ ही महिला से पूछताछ की. इसके बाद पीड़ित को अपने आफिस में बुलाकर बयान दर्ज किया. इसके चार दिन बाद महिला ने एसडीओपी को काल कर बताया कि उसे एक और सीसीटीवी कैमरे का फुटेज मिला है. तब एसडीओपी ने थाने के कर्मचारियों को भेजकर फुटेज मंगाकर जांच की. अब रिपोर्ट आइजी कार्यालय में भेज दी गई है.
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