स्पोर्ट्स डेस्क. भारत और साउथ अफ्रीका के बीच जारी इस टेस्ट सीरीज में रोहित शर्मा सुर्खियों में हैं क्योंकि उन्हें सीरीज में बतौर सलामी बल्लेबाज टीम में चुना गया और पहले ही मैच में उन्होंने अपनी सार्थकता भी दिखा दी.

पहले ही मैच में सलामी बल्लेबाजी करते हुए रोहित शर्मा ने न केवल शतक लगाया बल्कि सिक्सर भी लगाए तेजी से रन भी बनाए, और कप्तान, टीम मैनेजमेंट, सेलेक्टर्स सभी की उम्मीदों पर खरे उतरे, उनके बारे में जो कहा जा रहा था कि वीरेंन्द्र सहवाग की तरह टेस्ट क्रिकेट में रोहित शर्मा उपयोगी साबित हो सकते हैं, पहले ही मैच में रोहित शर्मा ने कुछ उसी अंदाज में बल्लेबाजी की है. जो उन्हें सुर्खियों में ला दिया है और चारो ओर अब बस उन्हीं की चर्चा हो रही है.

सचिन तेंदुलकर ने रोहित शर्मा को लेकर कहा है कि पहले टेस्ट मैच में बतौर सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा सभी के फैसले पर खऱे उतरे, वीरेंन्द्र सहवाग मॉडल पर भी खरे उतरे, सचिन तेंदुलकर ने आगे कहा है कि ये मानसिकता के बारे में है, अगर कोई पारी का आगाज करना चाहता है तो उसकी मानसिकता अलग तरह की होनी चाहिए, सहवाग के बारे में तेंदुलकर ने कहा है कि मानसिकता के साथ साथ सहवाग के पास क्षमता की कोई कमी नहीं थी.

तेंदुलकर ने कहा सहवाग की मानसिकता अलग तरह की थी, टेस्ट या वनडे में वो एक ही तरीके से बल्लेबाजी करते थे. उनकी बल्लेबाजी में आक्रामकता हमेशा रही है, ये खिलाड़ी की क्षमता पर भी निर्भर करता है। सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि ऐसे कई खिलाड़ी हैं जो आक्रामक होना चाहते हैं लेकिन उसका इस्तेमाल करने के लिए निरंतरा जरूरी है, और सहवाग ऐसा करने में सक्षम थे, वो सलामी बल्लेबाज के लिए मुफीद थे, रोहित के लिए फिलहाल अभी हमें इंतजार करना होगा कि ये योजना कैसे काम करती है.