विकास कुमार/सहरसा। जिले में 102 एम्बुलेंस सेवा से जुड़े कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल चौथे दिन भी जारी है। सदर अस्पताल परिसर में सभी एम्बुलेंस कर्मी अपनी गाड़ियों को खड़ा कर धरने पर बैठे हैं और सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं। हड़ताल की वजह से आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं बाधित हो रही हैं और मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

मांगों को लेकर कर्मियों का आंदोलन जारी

धरने पर बैठे एम्बुलेंस कर्मियों का कहना है कि वे लंबे समय से अपने अधिकारों की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार और स्वास्थ्य विभाग उनकी समस्याओं को नजरअंदाज कर रहा है। कर्मियों की प्रमुख मांग है कि श्रम अधिनियम के तहत भुगतान किया जाए, क्योंकि उनसे 12 घंटे की ड्यूटी ली जाती है, लेकिन भुगतान केवल 8 घंटे का ही किया जाता है।

ग्रुप इंश्योरेंस और अन्य सुविधाओं की मांग

कर्मियों ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें किसी भी प्रकार का ग्रुप इंश्योरेंस का लाभ नहीं दिया जाता जिससे उनके भविष्य की सुरक्षा अधर में है। साथ ही कई बार काम के दौरान दुर्घटना की स्थिति में कोई आर्थिक सहायता नहीं मिलती जिससे वे खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं।

सेवाएं ठप, मरीजों की बढ़ी मुश्किलें

चार दिनों से एम्बुलेंस सेवाएं ठप होने के कारण गर्भवती महिलाएं, दुर्घटना पीड़ित और अन्य गंभीर मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने में भारी दिक्कतें आ रही हैं। आम लोगों में इसको लेकर नाराजगी है, लेकिन कर्मियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, हड़ताल जारी रहेगी।

प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल

हड़ताल के चौथे दिन तक भी जिला प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई ठोस पहल नहीं की गई है। कर्मियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द वार्ता नहीं की गई तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।