CG News : मनोज यादव, कोरबा. एसईसीएल कुसमुंडा खदान में जीएम कार्यालय के बाहर लेडी बाउंसरों और भू-विस्थापित महिलाओं के टकराव का वीडियो सोशल मीडिया में हाल में खूब वायरल हो रहा है. दरअसल मुआवजा, नौकरी, बसाहट समेत अन्य मांगों को लेकर महिलाएं अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पर बैठ गई थी. इस दौरान निजी कंपनी निलकंठ की महिला बाउंसर अभद्र व्यवहार करते नजर आई. इस घटना को पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता जयसिंह अग्रवाल ने अमानवीय कृत्य बताया है.

जानकारी के मुताबिक, तीन दिवसीय आंदोलन की चेतावनी के तहत एसईसीएल कुसमुंडा के मुख्यमहाप्रबंधक कार्यालय के मुख्य गेट पर भू-विस्थापित परिवारों ने तालाबंदी कर धरना शुरू कर दिया. गेट के सामने खाट डालकर महिलाएं और पुरुष हड़िया-बर्तन के साथ बैठ गए और रोजगार की मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान भू-विस्थापितों और एसईसीएल अधिकारियों के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली.

अपनी मांगों को लेकर एसईसीएल प्रभावित भूस्थापित परिवार मुआवजा,नौकरी बसाहट समेत अन्य मांगों को लेकर कर रहे अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पर रहे थे जहा आश्वासन के बाद समाप्त हो गया है लेकिन लेडी बाउंसरों का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है जिसकी प्रतिक्रिया अब सामने आने लगी है.

यह अमानवीय कृत्य : पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल

वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस के पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि यह अमानवीय कृत्य है. जिस तरह से आदिवासी महिलाओं के साथ अत्याचार किया जा रहा है, वह गलत और निंदनीय है. कोरबा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है, इसके बावजूद महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है. अग्रवाल ने कहा कि जिन्हें हम और आप बाउंसर कहते हैं, दरअसल वे किराए के गुंडे हैं, जिन्हें निजी कंपनियां पाल रही हैं. वहीं जिला प्रशासन इस पूरे मामले में मूकदर्शक बना हुआ है.

SDM ने प्रभावित परिवारों को सामाधान का दिया आश्वासन

सईसीएल कुसमुंडा कोयला खदान क्षेत्र से प्रभावित महिला भू-विस्थापितों के मामले को गंभीरता से लेते हुए कटघोरा एसडीएम ने कार्यालय में बैठक बुलाई. इस दौरान गोमती केवट के मामले पर चर्चा हुई, जिसमें 72 घंटे के भीतर संबंधित व्यक्ति की नौकरी समाप्त कर गोमती को नौकरी देने पर सहमति बनी. अन्य महिला भू-विस्थापित परिवारों की समस्याओं को लेकर एसडीएम ने कहा कि जांच-पड़ताल कर एक हफ्ते के भीतर समाधान किया जाएगा. इस संबंध में उन्होंने प्रभावित परिवारों को आश्वासन भी दिया.