सत्या राजपूत, रायपुर. छत्तीसगढ़ के रायपुर, दुर्ग संभाग में स्वास्थ्य विभाग में नेत्र सहायक अधिकारी के पदों पर बड़े पैमाने पर नियमों का उल्लंघन करते हुए पदोन्नति घोटाला सामने आया है। 20 प्रतिशत पदोन्नति और 80 % सीधी भर्ती का प्रावधान है, इसके बावजूद हर साल पदोन्नति से पद भरे जा रहे हैं। इसका खुलासा आरटीआई से हुआ है।
स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ का आरोप है कि विभागीय अधिकारी नियम-कानून को ताक पर रखकर हर साल निर्धारित कोटे से अधिक प्रमोशन दे रहे हैं। पदोन्नति के नाम पर जमकर लेन-देन भी हो रही है। संघ ने दोषी अधिकारियों को हटाने और कानूनी कार्रवाई की मांग की है। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा।

नियमों का खुला उल्लंघन, पदोन्नति के नाम पर हो रही वसूली
नेत्र सहायक अधिकारी के भर्ती नियमों के अनुसार, रिक्त पदों के 20 प्रतिशत को पदोन्नति और 80 प्रतिशत को सीधी भर्ती से भरा जाना चाहिए। राजपत्र अधिसूचना के तहत यह स्पष्ट प्रावधान है, लेकिन विभागीय अधिकारी लगातार इसका पालन नहीं कर रहे। इसके बजाय पदोन्नति के नाम पर जमकर वसूली हो रही है और बंदरबांट मचा हुआ है। स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ के नेताओं ने आरोप लगाया है कि संभागीय संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं रायपुर और दुर्ग के अधिकारी इस घोटाले के मुख्य सूत्रधार हैं।
योग्य उम्मीदवारों के साथ हो रहा भेदभाव
RTI से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में प्रमोशन की संख्या निर्धारित कोटे से कहीं अधिक रही है। वर्ष 2022-23 में कुल रिक्त पद 61 थे, जिसमें 20 % कोटा के अनुसार अधिकतम 12 पदोन्नति संभव था, लेकिन 15 कर्मचारियों को प्रमोट किया गया। वर्ष 2023-24 में कुल रिक्त पद 52 थे, कोटा 10 पद का था, लेकिन 22 कर्मचारियों का प्रमोशन किया गया। वहीं वर्ष 2024-25 में कुल रिक्त पद 54 थे, कोटा 10 पद का था, लेकिन 13 कर्मचारियों की पदोन्नति की गई। वर्ष 2025-26- अभी वित्तीय वर्ष की शुरुआत ही हुई है, फिर भी 6 कर्मचारियों के प्रमोशन आदेश जारी हो चुके हैं। इन आंकड़ों से साफ है कि विभाग ने सीधी भर्ती को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया है, जिससे योग्य उम्मीदवारों के साथ भेदभाव हो रहा है।
जारी पदोन्नति आदेश



पदोन्नति को तत्काल निरस्त करने की मांग
स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष टारजन गुप्ता ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में कहा, नेत्र सहायक अधिकारी के पदों पर 20 प्रतिशत से अधिक पदोन्नति को तत्काल निरस्त करने की मांग स्वास्थ्य मंत्री, संभाग आयुक्त से की गई है। नियम विरुद्ध अधिक पदों पर प्रमोशन देने वाले संभागीय संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं रायपुर और दुर्ग को निलंबित कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। गुप्ता ने आगे बताया कि इन प्रमोशन में आर्थिक लेन-देन की पुष्टि हुई है और यह भ्रष्टाचार का खुला खेल है। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा।


मामले की जांच के बाद दोषियों पर होगी कार्रवाई : संभाग आयुक्त
इस मामले में रायपुर संभाग के आयुक्त महादेव कावरे ने कहा, इस मामले के संबंध में स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ से आवेदन प्राप्त हुआ है। जांच के स्पष्ट निर्देश दे दिए हैं. जांच रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। आयुक्त ने आश्वासन दिया कि दोषी अधिकारियों को नहीं बख्शा जाएगा।
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