हमीरपुर। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में जेल में बंद एक शख्स की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। जेल प्रशासन पर पिटाई का गंभीर आरोप लगा है। मृतक 33 वर्षीय अनिल कुमार द्विवेदी के पिता मजदूरी करते हैं, वह दिल्ली में गार्ड की नौकरी करता था। 2015 में हमीरपुर में उसके पड़ोसी ने मारपीट और गालीगलौज समेत एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया था।
12 सितंबर को वह पति से मिली
अनिल के परिजनों के मुताबिक जानकारी न हो पाने से कोर्ट में हाजिर नहीं हो पाया। जिससे उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो गया। पुलिस से सूचना पाकर 10 सितंबर को अनिल दिल्ली से आया और कोर्ट में हाजिर हुआ। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। अनिल की पत्नी पूजा के मुताबिक 12 सितंबर को वह पति से मिलने जेल पहुंचीं और खर्चे के लिए 6500 रुपये दिए थे।
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जेलर और डिप्टी जेलर पर पिटाई का आरोप
शनिवार को सूचना मिली की अनिल की हालत नाजुक है। रविवार को वह जेल पहुंचीं, लेकिन पति से मिलने नहीं दिया गया। दोपहर बाद करीब तीन बजे जेल से पति की मौत की सूचना मिली। आरोप है कि जेल में अनिल को नंबरदारों (सजायाफ्ता कैदी) से बेरहमी से पिटवाया गया। जेलर जेपी चंदेला और डिप्टी जेलर संगेश कुमार पर पिटाई करने का आरोप लगा है। डीजी जेल पीसी मीना ने डिप्टी जेलर व जेल वार्डन अनिल कुमार यादव को निलंबित कर दिया है।
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